तेलंगाना को मिलेगी ये सौगात
पीएम आदिलाबाद में एक सार्वजनिक बैठक में 56 हजार करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचे की परियोजनाएं लॉन्च करेंगे। वहीं, संगारेड्डी में 6,800 करोड़ रुपये की परियोजनाएं लॉन्च की जाएगी।
मोदी की गारंटी पूरी
बता दें कि आदिलाबाद में शुरू की जाने वाली परियोजनाओं का मुख्य केंद्र बिजली क्षेत्र पर होगा। वह तेलंगाना के पेद्दापल्ली में एनटीपीसी की 800 मेगावाट की तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना (यूनिट-2) देश को समर्पित करेंगे। अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी पर आधारित, यह परियोजना तेलंगाना को 85 प्रतिशत बिजली की आपूर्ति करेगी। इसकी बिजली उत्पादन दक्षता लगभग 42 प्रतिशत होगी। जो एनटीपीसी के सभी बिजली स्टेशनों में सबसे अधिक है। सबसे खास बात यह है कि इसका शिलान्यास भी प्रधानमंत्री ने ही किया था।
पीएम नव विद्युतीकृत अंबारी-आदिलाबाद-पिंपलखुटी रेल लाइन भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह एनएच-353बी और एनएच-163 के माध्यम से तेलंगाना को क्रमशः महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाली दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।
प्रधानमंत्री 5 मार्च को हैदराबाद में नागरिक उड्डयन अनुसंधान संगठन (सीएआरओ) केंद्र देश को समर्पित करेंगे। कुल 350 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित यह केंद्र नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) गतिविधियों को उन्नत करने तथा बढ़ाने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर स्थापित किया गया है। इसके स्वदेशी और नवीन समाधान प्रदान करने के लिए घरेलू तथा सहयोगी अनुसंधान के माध्यम से विमानन समुदाय के लिए एक वैश्विक अनुसंधान मंच प्रदान करने की है।
इसके बाद पीएम संगारेड्डी के लिए रवाना होंगे, जहां वह 6,800 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में सड़क, रेल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे कई प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें एनएच-161 के 40 किलोमीटर लंबे कंडी से रामसनपल्ले खंड को चार लेन का बनाना शामिल है।
यह परियोजना इंदौर-हैदराबाद आर्थिक गलियारे का हिस्सा है और यह तेलंगाना, महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश के बीच निर्बाध यात्री एवं माल ढुलाई की सुविधा प्रदान करेगी। यह खंड हैदराबाद और नांदेड़ के बीच यात्रा के समय को लगभग तीन घंटे कम कर देगा। प्रधानमंत्री एनएच-167 के 47 किलोमीटर लंबे मिरयालागुडा से कोडाद खंड को दो लेन में अपग्रेड करने के कार्य का भी उद्घाटन करेंगे। सड़क के दोनों तरफ पेव्ड शोल्डर्स बिछाये जाएँगे।
बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्र में पर्यटन के साथ-साथ आर्थिक गतिविधि और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री एनएच-65 के 29 किलोमीटर लंबे पुणे-हैदराबाद खंड को छह लेन बनाने की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना तेलंगाना के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों जैसे पाटनचेरू के पास पशमिलारम औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगी। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री छह नए स्टेशन भवनों के साथ-साथ सनथनगर-मौला अली रेल लाइन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का उद्घाटन करेंगे।
परियोजना का पूरा 22 किलोमीटर का मार्ग स्वचालित सिग्नलिंग के साथ चालू किया गया है और एमएमटीएस (मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सर्विस) चरण- II परियोजना के हिस्से के रूप में पूरा किया गया है। इसके हिस्से के रूप में, फ़िरोज़गुडा, सुचित्रा सेंटर, भूदेवी नगर, अम्मुगुडा, नेरेडमेट और मौला अली हाउसिंग बोर्ड स्टेशनों पर छह नए स्टेशन भवन बनाए गए हैं। दोहरीकरण और विद्युतीकरण कार्य से इस खंड पर पहली बार यात्री ट्रेनों की शुरूआत का मार्ग प्रशस्त हो गया है। यह अन्य अत्यधिक संतृप्त वर्गों पर बोझ को कम करके क्षेत्र में ट्रेनों के समय पर संचालन और गति में सुधार करने में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री घाटकेसर-लिंगमपल्ली से मौला अली-सनथनगर के बीच पहली एमएमटीएस ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाएंगे। यह ट्रेन सेवा पहली बार हैदराबाद-सिकंदराबाद जुड़वां शहर क्षेत्रों में लोकप्रिय उपनगरीय ट्रेन सेवा को नए क्षेत्रों तक विस्तारित करती है। यह शहर के पूर्वी भाग में चेरलापल्ली, मौला अली जैसे नए क्षेत्रों को जुड़वां शहर क्षेत्र के पश्चिमी भाग से जोड़ता है।
अधिकारियों ने कहा कि ट्विन सिटी क्षेत्र के पूर्वी हिस्से को पश्चिमी हिस्से से जोड़ने वाला परिवहन का सुरक्षित, तेज़ और किफायती तरीका यात्रियों के लिए अत्यधिक फायदेमंद होगा। प्रधानमंत्री इंडियन ऑयल की पारादीप-हैदराबाद पाइपलाइन का भी उद्घाटन करेंगे।
कुल 1,212 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन की क्षमता 4.5 एमएमटीपीए है। यह ओडिशा (329 किमी), आंध्र प्रदेश (723 किमी) और तेलंगाना (160 किमी) से होकर गुजरती है। पाइपलाइन पारादीप रिफाइनरी से आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम, अचुतापुरम और विजयवाड़ा, और तेलंगाना में हैदराबाद के पास मलकापुर के डिलीवरी स्टेशनों तक पेट्रोलियम उत्पाद का सुरक्षित और किफायती परिवहन सुनिश्चित करेगी।