प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रायसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।
हेलीकॉप्टर क्रैश में हुई मौत
इब्राहिम रायसी अपने हेलीकॉप्टर के लापता होने के एक दिन बाद मृत पाए गए । कथित तौर पर देश के पहाड़ी इलाके में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। हेलिकॉप्टर दुर्घटना में रायसी के साथ-साथ ईरान के विदेश मंत्री, अधिकारी और अंगरक्षकों की भी मौत हो गई। सरकारी टेलीविजन ने सोमवार को कहा, “ईरानी राष्ट्र के सेवक, अयातुल्ला इब्राहिम रायसी ने लोगों की सेवा करते हुए शहादत का उच्चतम स्तर हासिल किया है।” मेहर समाचार एजेंसी ने भी कहा कि वह मर चुका है।
इब्राहिम रायसी तीन हेलीकॉप्टरों के काफिले में उड़ान भर रहे थे; केवल दो ही अपने गंतव्य तक पहुंचे। उन्होंने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ उनकी साझा सीमा पर एक बांध परियोजना का उद्घाटन करने के लिए उत्तर-पश्चिमी प्रांत का दौरा किया था। कट्टर रूढ़िवादी रायसी, सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की जगह लेने की कतार में थे, जिनकी उम्र 80 वर्ष के आसपास है।