घर-घर पहुंच रही डिजिटल इंडिया की शक्ति
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि तेजी से आगे बढ़ते हमारे देश में डिजिटल इंडिया की ताकत कोने-कोने में नजर आ रही है। डिजिटल इंडिया की शक्ति को घर-घर पहुंचाने में अलग-अलग एप की भूमिका होती है। ई-संजीवनी भी एक इस प्रकार हा ही ऐप है। देश के सामान्य मानवी के लिए मध्यम वर्ग के लिएष पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वालों के लिए ई-संजीवनी जीवन रक्षा करने वाला एप बन रहा है।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि तेजी से आगे बढ़ते हमारे देश में डिजिटल इंडिया की ताकत कोने-कोने में नजर आ रही है। डिजिटल इंडिया की शक्ति को घर-घर पहुंचाने में अलग-अलग एप की भूमिका होती है। ई-संजीवनी भी एक इस प्रकार हा ही ऐप है। देश के सामान्य मानवी के लिए मध्यम वर्ग के लिएष पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वालों के लिए ई-संजीवनी जीवन रक्षा करने वाला एप बन रहा है।
दुनिया ने देखी UPI की ताकत
प्रधानमंत्री ने काह कि भारत के UPI की ताकत भी आप जानते ही हैं। दुनिया के कितने ही देश, इसकी तरफ आकर्षित हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही भारत और सिंगापुर के बीच UPI-Pay Now Link launch किया गया। इससे काफी लोगों को फायदा मिलेगा। अब सिंगापुर और भारत के लोग अपने मोबाइल फोन से उसी तरह पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे जैसे वो अपने-अपने देश में एक दूसरे के साथ करते हैं।
प्रधानमंत्री ने काह कि भारत के UPI की ताकत भी आप जानते ही हैं। दुनिया के कितने ही देश, इसकी तरफ आकर्षित हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही भारत और सिंगापुर के बीच UPI-Pay Now Link launch किया गया। इससे काफी लोगों को फायदा मिलेगा। अब सिंगापुर और भारत के लोग अपने मोबाइल फोन से उसी तरह पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे जैसे वो अपने-अपने देश में एक दूसरे के साथ करते हैं।
विदेशों में बढ़ रहा है भारतीय खिलौनों का क्रेज
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे वो दिन याद है, जब हमने ‘मन की बात’ में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी। तुरंत उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, इन्हें सीखने की। मन की बात में, जब भारतीय खिलौनों की बात हुई, तो देश के लोगों ने, इसे भी हाथों-हाथ बढ़ावा दे दिया। अब तो भारतीय खिलौनों का इतना क्रेज हो गया है कि विदेशों में भी इनकी डिमांड बहुत बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे वो दिन याद है, जब हमने ‘मन की बात’ में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी। तुरंत उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, इन्हें सीखने की। मन की बात में, जब भारतीय खिलौनों की बात हुई, तो देश के लोगों ने, इसे भी हाथों-हाथ बढ़ावा दे दिया। अब तो भारतीय खिलौनों का इतना क्रेज हो गया है कि विदेशों में भी इनकी डिमांड बहुत बढ़ रही है।