रक्षा और स्पेस रिसर्च को लेकर कई समझौते
बैठक में पीएम मोदी और बाइडन दोनों देशों के बीच व्यापार से लेकर रक्षा और स्पेस रिसर्च को लेकर भी कई समझौते हुए। बाइडेन ने इस दौरान जी-20 (G-20) पर भारत के नेतृत्व की सराहना की। इस मीटिंग में जून में मोदी की वॉशिंगटन की राजकीय यात्रा के दौरान अभूतपूर्व उपलब्धियों को लागू करने में हुई प्रगति की सराहना भी की गई।
मोदी और बाइडन की मुलाकात से जुड़ी बड़ी बातें
— भारत और अमरीका ने कहा कि वे जी20 शिखर सम्मेलन में सतत विकास, बहुपक्षीय सहयोग और समावेशी आर्थिक नीतियों को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे।
— अमरीका ने कहा है कि भारत में अगले पांच सालों में 400 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश किया जाएगा। इसके अलावा UNSC पर भारत की स्थाई सदस्यता के लिए अमेरिका ने अपनी तरफ से पैरवी कर दी है।
— मोदी और बाइडन ने यह भी कहा कि वे अंतरिक्ष और नवीन प्रौद्योगिकियों पर सहयोग बढ़ाएंगे और रक्षा और उच्च तकनीक व्यापार में बाधाओं को दूर करेंगे।
— दोनों नेताओं ने यह भी कहा कि वे ग्रह बचाव पर समन्वय बढ़ाएंगे और अगली पीढ़ी के छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर प्रौद्योगिकियों के विकास पर चर्चा करेंगे।
— मोदी और बाइडन नेताओं ने कहा कि साझा मूल्यों जैसे स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार, समावेश, बहुलवाद और सभी नागरिकों के लिए समान अवसर दोनों देशों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
— भारत और अमरीका के बीच कुछ रक्षा सौदे भी हुए हैं। अमेरिका भारत को आने वाले सालों में 31MQ-9B आर्म्ड ड्रोन्स देने वाला है।
— दोनों ने महत्वपूर्ण और उभरती टेक्नोलॉजी (ICET), विशेष रूप से दूरसंचार नेटवर्क, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष पर पहल के तहत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग तेज किया।