बौद्धिक सम्मेलन और सोशल मीडिया से भी करेंगे प्रचार
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा अलर्ट मोड पर है। भाजपा अब विपक्ष के किसी भी आरोप को जनता के बीच माहौल बनाने नहीं देना चाहती है। यही वजह है कि बजट में दो राज्यों के अलावा अन्य राज्यों को कुछ नहीं मिलने के आरोपों का तथ्यात्मक जवाब दिया जाएगा। इसके लिए राज्यों में जाने वाले नेताओं को संबंधित राज्यों के आंकड़ों भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि यह नेता मीडिया से संवाद के अलावा बौद्धिक सम्मेलन में भी शामिल होंगे, ताकि उनके जरिए जनता तक बजट का प्रसार हो सके। शहरों में पहुंचने से पहलीे सोशल मीडिया पर बजट की प्रमुख बातें इंफोग्राफिक के जरिए पोस्ट करने के लिए भी कहा गया है। पार्टी ने इस कार्य के लिए तीन नेताओं की समन्वय बनाई है। इसमें अरुण सिंह, गोपाल कृष्ण और राधा मोहन अग्रवाल शामिल हैं।
इन मंत्रियों को जिम्मेदारी
शहर-मंत्री
–जम्मू– अर्जुनराम मेघवाल, केन्द्रीय विधि मंत्री
–कोलकाता– गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री
–जयपुर– मनोहरलाल खट्टर, केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलात मंत्री
–कोटा– कृष्णपाल गुर्जर, केन्द्रीय सहकारिता राज्य मंत्री
–बीकानेर– अन्नपूर्णा देवी, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री
–उदयपुर– सी.आर. पाटिल, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री
–अजमेर– भागीरथ चौधरी, कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री
-जोधपुर- गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता