ओमिक्रॉन से मिलेगी मुक्ति
फाइजर इंक और बायोएनटेक एसई ने कहा कि प्रारंभिक प्रयोगशाला अध्ययनों से पता चलता है कि हमारी कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी डोज ओमीक्रॉन वेरिएंट को बेअसर करती है। ऐसे में हम जल्द ही दुनियाभर में बूस्टर शॉट का अभियान शुरू कर सकते हैं। जिससे दुनिया को कोरोना के इस नए वेरिएंट से मुक्ति मिल सकेगी।
कंपनियों की ओर से बताया गया है कि वैक्सीन के वर्तमान वेरिएंट के साथ एक बूस्टर ने एंटी बॉडी को 25 गुना बढ़ा दिया है, जो ओरिजनल वायरस और अन्य वेरिएंट के खिलाफ दो डोज के बाद समान स्तर प्रदान करता है। बताया गया कि वैक्सीन की दो डोज से प्रतिरक्षित लोगों के रक्त प्लाज्मा में वायरस के मूल तनाव की तुलना में 25 गुना कम बनाम ओमीक्रॉन के एंटी बॉडी स्तर को निष्क्रिय कर दिया गया है।
बता दें कि फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अल्बर्ट बौर्ला ने एक बयान में कहा, इन आंकड़ों से साफ हो गया है कि कोरोना की तीसरी डोज के साथ सुरक्षा में सुधार हुआ है। वहीं बायोएनटेक के सीईओ उगुर साहिन ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि तीसरी डोज अभी भी बीमारी से पर्याप्त सुरक्षा प्रदान कर सकती है। उगुर ने यह भी साफ कर दिया कि ये शुरूआती आंकड़ें हैं, इसको लेकर अभी रिसर्च जारी है।
गौरतलब है कि कोरोना का नया वेरिएंट अब तक दुनिया के कई देशों में पहुंच चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके लेकर सभी देशों को चेतावनी दी है। WHO ने कहा कि इस वेरिएंट से बचने के लिए सिर्फ यात्रा प्रतिबंध ही काफी नहीं है। ऐसे में सभी देशों को व्यापक तैयारी कर लेनी चाहिए और भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।