आम लोगों को इसका फायदा मिलेगा या नहीं
कच्चे तेल के दामों में आई बड़ी गिरावट से सरकारी तेल कंपनियों को जोरदार फायदा होगा। उन्हें सस्ते में क्रूड ऑयल मिलेगा, लेकिन आम लोगों को इसका फायदा मिलेगा या नहीं यह बड़ा सवाल है, क्योंकि तेल कंपनियां पूर्व में हुए घाटे का बहाना बनाकर कीमतों में कटौती को टाल देती है और केंद्र सरकार भी मूकदर्शक बनी हुई है। अगस्त 2024 में सरकारी तेल कंपनियों को पेट्रोल (Petrol) बेचने पर 9.3 रुपए प्रति लीटर और डीजल (diesel) बेचने पर 7.6 रुपए प्रति लीटर का मुनाफा हो रहा था जो अब 13-14 रुपए प्रति लीटर होने के आसार हैं।इसलिए आई गिरावट
1. मांग में कमी: अमरीका में मैन्युफैक्चरिंग में सुस्ती आई है। साथ ही चीन में आर्थिक सुस्ती के चलते डिमांड घटने की आशंका है। वहां मैन्युफैक्चरिंग और रियल एस्टेट सेक्टर में सुस्ती छाई है। इसकी वजह से पेट्रोल-डीजल की डिमांड पर बुरा असर पड़ रहा है। 2. लीबिया से सप्लाई: लीबिया से कच्चे तेल का एक्सपोर्ट शुरू होने की उम्मीदों के चलते भी दाम में यह गिरावट आई है। लीबिया की विरोधी सरकारों के बीच विवाद के बाद वहां ऑयल फील्ड को बंद कर दिया गया था, पर अब लीबिया सेंट्रल बैंक के गवर्नर की नियुक्ति के बाद फिर से तेल सप्लाई शुरू होने की संभावना है।
3. ओपेक देश कच्चे तेल के प्रोडक्शन में कटौती के फैसले पर फिर से विचार कर रहे हैं। सऊदी अरब एशिया को बेचे जाने वाले क्रूड ऑयल के सभी ग्रेड के दाम कम करने का फैसला ले सकता है।
डॉलर प्रति बैरल पर
10 अरब डॉलर तक की बचत हुई भारतीय तेल कंपनियों को अप्रेल 2022 से जून 2024 के बीच डिस्काउंट पर रूसी तेल खरीदने से ऐसे घटी क्रूड ऑयल की कीमतें 29 सितंबर, 2023 97.01 07 दिसंबर, 2023 74.5 09 अप्रेल, 2024 90.6 04 जून, 2024 77.5 04 जुलाई, 2024 87.4 04 सितंबर, 2024 73.2 (प्रति बैरल ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें डॉलर में)