सवाल- लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र से कितनी सीटें ला रहे हैं आप?
जवाब- जो देश की स्थिति है, वही महाराष्ट्र की स्थिति है, देश मोदी जी के साथ है तो महाराष्ट्र भी। महाराष्ट्र में रिकार्ड जीत होगी।
सवाल- इस बार महाराष्ट्र का चुनाव बहुत पेचीदा है, गठबंधन की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। इससे भाजपा की संभावनाओं पर क्या असर पड़ेगा?
जवाब- आपको पेचीदा लग रहा है, जनता को कोई पेच नहीं है। जनता ने चुनाव को दो भागों में बांटा है। मोदी जी के साथ और जो मोदी जी के खिलाफ। जो मोदी जी के साथ हैं, उनके साथ ही जनता है।
सवाल- शरद पवार कह रहे हैं कि उनके गठबंधन को महाराष्ट्र में 35 सीटें मिलने वाली हैं?
जवाब- उन्होंने तो 35 कह दिया, मुझे तो लगता है कि वे 48 में से 49 सीट भी जीत सकते हैं।
सवाल- 2019 में पीएम मोदी ने 9 रैलियां की थी इस बार 18, ऐसा क्यों? क्या विरोधी ताकतवर है?
उत्तर- इस बार समय ज्यादा मिला है. पिछले समय का चुनाव बहुत कॉम्पैक्ट था, पीएम मोदी आ नहीं सकते थे। इस बार पहले ही तय हुआ था कि जहां हमारे गठबंधन दल चुनाव लड़ रहे हैं वहां भी मोदी जी की सभा होनी चाहिए। पहले शिवसेना एक पार्टी हुआ करती थी, एनसीपी एक पार्टी हुआ करती थी. इस बार चूंकि शिंदे शिव सेना है, उनके सामने उद्धव ठाकरे भी खड़े हैं। कुछ न कुछ वोट उद्धव ठाकरे के साथ भी जाएंगे, इसलिए महाराष्ट्र में गठबंधन दलों के क्षेत्रों में मोदी जी की सभाएं बढ़ाई गईं। यहाँ कुछ भी असमंजस नहीं सब साफ़ है । यहाँ की जनता का मन पीएम मोदी के साथ है।
सवाल- मराठा आरक्षण का मुद्दा चुनाव को कैसे प्रभावित करता दिख रहा है?
जवाब- देखिए, मराठा समाज को हमारी सरकार ने 10 फीसदी आरक्षण दिया है। जो कुछ करना चाहिए था सब किया। किसी समुदाय को संतुष्ट किया जा सकता है पर जहां समाज हित से परे राजनीति हो उन्हें कभी संतुष्ट नहीं किया जा सकता। साथ ही, उन लोगों को रोकना बहुत मुश्किल है जो समुदायों को अस्थिर करके राजनीतिक रूप से लाभ उठाना चाहते हैं। मराठा आरक्षण मुद्दे का निर्वाचन क्षेत्रों में कुछ प्रभाव पड़ेगा। लेकिन परेशानी वाली बात यह है एक साथ रहने वाले दो समुदाय अब एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए हैं. इससे महाराष्ट्र के सामाजिक ताने-बाने को काफ़ी नुकसान पहुंचा है। मेरा मानना है कि चुनाव के बाद प्रभावित क्षेत्रों में सामाजिक और कानून-व्यवस्था की दृष्टि से बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।
सवाल- राज्य में छह महीने बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं, इस लिहाज से पार्टी की तैयारी कैसी है? क्या वह चुनाव भी महायुति के साथ ही लड़ा जाएगा?
जवाब- बिलकुल। हम लोग लोकसभा भी जीतेंगे और विधानसभा भी जीतेंगे।
सवाल- केंद्र में मोदी सरकार 3.0 बनती है तो क्या देवेंद्र फडणवीस हमें केंद्रीय मंत्री के तौर पर मिलेंगे?
जवाब- मेरे लिए पार्टी का निर्णय ही सर्वमान्य होगा। सवाल- इन दिनों पुणे के किशोर की गाड़ी से दुर्घटना का मामला सुर्खियों में है? गृहमंत्री होने के नाते सभी की नजरें इस मामले में आप पर हैं? प्रशासन इस मामले को किस प्रकार से हैंडल कर रहा है?
जवाब-पुणे की घटना पर राहुल गांधी का वक्तव्य ओछी राजनीति करने की कोशिश है। इस घटना में महाराष्ट्र पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया लिया था। जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने जो निर्णय दिया, उस पर हमने भी आश्चर्य व्यक्त किया है, लेकिन पुलिस उस पर रुकी नहीं। उस पर अपील दाखिल की और अपर न्यायालय ने स्वयं प्रसंज्ञान लेकर वापस एक जुवेनाइल पिटिशन कोर्ट में चल रही है। नाबालिग को शराब देने वाले को और गाड़ी देने वाले पिता को अरेस्ट किया गया है। मुझे लगता है कि पुलिस की तरफ से पूरी कार्रवाई हुई है। लेकिन हर चीज में वोटों की राजनीति को लाने का जो प्रयास राहुल जी कर रहे हैं यह बहुत गलत है। मैं इसकी भर्त्सना करता हूं।