सवाल : आपके मुख्यमंत्री बनते ही कुछ समय में आपके कंधों पर लोकसभा चुनाव में भाजपा को जिताने की बड़ी जिम्मेदारी आ पड़ी है। इसे निभाने में आपकी क्या रणनीति रही?
जवाब : हमारी पार्टी जीवंत पार्टी है। मोदी जी के नेतृत्व में यह लोकसभा चुनाव देश का चुनाव बन गया है। स्वाभाविक रूप से काफी पहले से इस पर हमारा होमवर्क रहा है। यही कारण है कि हम देश में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं।
सवाल : राजनीतिक संक्रमण काल में अफसरशाही सरकारी कामकाज में कुछ अतिरिक्त ही सावधानी बरतती है। ऐसी स्थिति में आप अपने मैनिफेस्टो के मुख्य बिंदुओं को कैसे फलीभूत कर पाए?
जवाब : अतीत की गलतियों से सीखकर भविष्य में उनसे बचने के लिए हम काम कर रहे हैं। अच्छा नेटवर्क बनाकर काम कर रहे हैं। सबको साथ में, विश्वास में लेकर काम कर रहे हैं। मप्र भौगोलिक दृष्टि से बहुत बड़ा प्रदेश है। हर क्षेत्र का अपना स्वभाव है। अपनी आकांक्षाएं हैं। सभी को साधना होता है। सबका सहयोग लेते हैं। मेडिकल एजुकेशन और हेल्थ डिपार्टमेंट दोनों को एक साथ करके बेहतर परिणाम देने का प्रयास किया है। इसी प्रकार आयुर्वेदिक, एलोपैथिक, होम्योपैथिक सभी पैथियों का महत्व है। प्रदेश की जनता को चिकित्सा सुविधाएं सुलभ हों, इसकी पूरी चिंता की है।
सवाल : वैसे तो आप लंबे समय से संगठन में सक्रिय रहे हैं। प्रमुख विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं, पर चुनावों में अपने सहयोगियों को जोड़ने में कहीं कठिनाइयां आई होंगी… शिवराज जी का कितना सहयोग मिला?
जवाब : मेरे साथ सभी का सहयोग रहा है। शिवराज सिंह जी ही नहीं, केंद्र में जो मंत्री रहे वे मेरे साथ भी मंत्री हैं। कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, कई लोगों ने राष्ट्रीय स्तर पर काम किया है और आज सभी मेरे साथ हैं। जो नवोदित विधायक हैं वे भी हमारे साथ हैं। मैं बैलेंस भी करता हूं। जिस तरह से क्रिकेट की टीम में देखते हैं, विराट कोहली की टीम हो या तेंदुलकर की टीम, चाहे कोई सीनियर खिलाड़ी भी हो, पर खेलते सभी कैप्टन के नेतृत्व में हैं और टीम को जीत दिलाने की चिंता करते हैं। ऐसी ही हमारी टीम है, सबकी राय लेकर हम निर्णय लेते हैं।
सवाल : मध्य प्रदेश में भी डबल इंजन की सरकार है। हालांकि एक इंजन हाल ही में बदला है। इसका आपको कितना लाभ मिला?
जवाब : हमारी सरकार को बने 5 माह पूरे हो गए और हमने जनता का दिल जीता है। चुनाव किसी भी सरकार की परीक्षा लेता है। इन चुनावों के नतीजों से भी आप यह देखेंगे। मुझे भरोसा है कि लोगों के विश्वास पर हम खरे उतरेंगे।
सवाल : आपने क्या-क्या नए प्रयोग किए सरकार व संगठन के स्तर पर? पिछली सरकार की योजनाओं का पार्टी को कितना लाभ मिल रहा है?
जवाब : बहुत सारे प्रयोग हुए हैं। आइआइटी और आइआइएम बहुत काम कर रहे हैं। कृषि क्षेत्र में उन्नति हेतु समिट का आयोजन किया। प्रदेश के अंदर अलग-अलग प्रकार से रोजगार पैदा करने के लिए हम काम कर रहे हैं। प्राचीन ज्ञान को आधुनिक विज्ञान से सिद्ध करने के लिए आधुनिक तरीके से कई रिसर्च कराई हैं। हमने वैदिक घड़ी का लोकार्पण किया तो विज्ञान सम्मत तरीके से उसका उपयोग करने का काम किया है। हमारे अपने प्रदेश की भौगोलिक स्थिति विशिष्ट है। देश के मध्य में होने के कारण और ज्यादा कनेक्टिविटी कैसे हो, इसको लेकर भी हम केंद्र के साथ कदम से कदम मिलाकर काम कर रहे हैं। हमारी सरकार की सभी योजनाओं का लाभ नागरिकों को मिल रहा है। हमने इतने कम समय में 100 से ज्यादा महत्वपूर्ण निर्णय किए हैं जो जनहित से जुडे़ हैं, रजिस्ट्री के साथ ही ऑनलाइन नामांतरण की प्रक्रिया का निर्णय हो या फिर विद्यार्थियों के हित में डिग्री और मार्कशीट के लिए डिजीलॉकर की व्यवस्था का निर्णय।
सवाल : समाज के कुछ वर्ग देशभर में पार्टी से दूर दिख रहे हैं। आप इस समस्या से कैसे निपट रहे हैं?
जवाब : आपने चुनौती वाला सवाल रखा है। हमारी पार्टी की सरकार लगातार 10 साल से जनता से जुड़ी हुई है। यह मोदी जी की उपलब्धि है। देश की जनता मोदी जी को चाह रही है, भाजपा को चाह रही है। कतिपय वर्ग पार्टी से दूर हैं, यह केवल विपक्ष द्वारा फैलाया गया भ्रम है। दस साल में हमारी पार्टी इतनी बड़ी पार्टी बन गई है कि इसके जितने सदस्य हैं, उतनी तो पाकिस्तान की आबादी भी नहीं है। यह समय विपक्ष की गलत नीतियों के पतन का और हमारे अपने लिए नए आधार गढ़ने का समय है । हमने हर वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए काम किया है और सभी वर्गों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है।
सवाल : महिला वर्ग के साथ भावनात्मक रिश्ता जोड़ने में कितने सफल हुए?
जवाब : माता-बहनों के लिए भाजपा सदैव परिवार की तरह खड़ी रही है। मोदी जी ने सबसे पहले आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाकर देश की हर महिला को गौरवान्वित किया। हमने अपने राज्य में महिलाओं को स्थानीय निकायों में 50% तो माननीय मोदी जी ने 33% आरक्षण देकर देश के विकास में महिला भागीदारी को बढ़ाया है। कांग्रेस 70 साल से राज कर रही थी लेकिन उन्होंने देश की आधी आबादी को राजकाज से दूर ही रखा। अब दिल्ली का हाल देखिए, कांग्रेस तो स्वाति मालीवाल के साथ जो अन्याय हुआ उसका खुलकर विरोध भी नहीं कर पा रही। मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं, कहने वाली प्रियंका जी अब कहां गईं?