भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव का कहना है कि कोविड-19 टीके की एक डोज लेने पर 96.6 फीसदी तक मौत की संभावना कम हो जाती है। वहीं दोनों डोज मृत्यु को 97.5 प्रतिशत तक रोक देती है।
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18 अप्रैल से 15 अगस्त 2021 तक एकत्र करे आंकड़ों पर बोलते हुए बलराम भार्गव ने कहा कि टीकाकरण मौत को रोक देता है। उन्होंने कहा कि अप्रैल-मई में कोविड-19 की दूसरी लहर में अधिकांश मौतें बिना टीकाकरण के कारण हुईं थी।
टीका लगवाने के लिए मिलने वाली यह सुरक्षा सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए है। चाहे वो 60 वर्ष या फिर उससे ज्यादा के हो या फिर 45-59 या फिर 18-44 वर्ष के लोग हों।
अब तक 72 करोड़ वैक्सीन की डोज दी
नीति आयोग के सदस्य और कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल के अनुसार यह स्पष्ट है कि दो खुराक पूरी सुरक्षा प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से ऊपर के 58 फीसदी लोगों को सिंगल डोज दी गई, जो कि 100 प्रतिशत होनी चाहिए।
पॉल के अनुसार कोई भी पीछे नहीं रहना चाहिए। करीब 72 करोड़ वैक्सीन डोज दी गई। जो बचे हैं उन्हें हर्ड इम्युनिटी विकसित करने के लिए प्रशासित करा जाना चाहिए।
एक दिन में लग रहे 78 लाख डोज
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के अनुसार टीकाकरण की गति को बढ़ाया जा रही है। प्रतिदिन दी जाने वाली खुराक मई में 20 लाख थी जो सितंबर 78 लाख तक हो गई है। टीकाकरण की गति अभी और बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमने सितंबर के पहले सात दिनों में मई के 30 दिनों की तुलना में ज्यादा टीके लगाए हैं। बीते 24 घंटों में 36 लाख खुराकें दी गई हैं। देश में त्योहारों से पहले वैक्सीनेशन की गति बढ़ानी होगी।
केरल में 68.59 प्रतिशत मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश के 35 जिलों में साप्ताहिक कोविड संक्रमण दर दस प्रतिशत से ज्यादा है। वहीं 30 जिलों में यह दर 5 से 10 प्रतिशत के बीच है। उन्होंने देश के सभी हिस्सों से नए मामलों का ब्योरा उपलब्ध कराया और कहा कि बीते हफ्ते सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में 68.59 प्रतिशत केरल से थे।