लेकिन भारत के लिए इसलिए चिंता की बात है कि यहां पांच दिन में 2 केस से 21 तक आंकड़ा पहुंच चुका है। ओमिक्रॉन की यही रफ्तार रही तो आने वाले समय में ये भारत में तीसरी लहर का कारण बन सकता है। बता दें कि डेल्टा वैरिएंट की वजह से ही भारत में दूसरी लहर ने कहर बरपाया था। लेकिन ओमिक्रॉन को डेल्टा वैरिएंट से कई गुना ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है।
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भारत में Omicron Variant का एक और केस आया सामने, साउथ अफ्रीका से इस राज्य में लौटा संक्रमित शख्स देश में 10 गुना बढ़े मामले कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट अब भारत में भी फैलना शुरू हो गया है। इसके तेजी से हो रहे फैलाव ने केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं। 2 दिसंबर को जहां देश में ओमिक्रॉन के दो मामलों की पुष्टि हुई थी, वहीं 5 दिंसबर तक यानी चार दि में ये आंकड़ा 21 अंकों तक पहुंच गया। चार दिन में देश में 10 गुना ओमिक्रॉन से संक्रमितों की पुष्टि होना डराने वाला है।
एक दिन में 17 नए मामले
देश में ओमिक्रॉन का सबसे बड़ा विस्फोट 5 दिसंबर को हुआ। एक ही दिन में देश में 17 ओमिक्रॉन से संक्रमितों की पुष्टि से हड़कंप मच गया। अकेले राजस्थान के जयपुर में 9 केस सामने आए जबकि, महाराष्ट्र में 7 और राजधानी दिल्ली में भी 1 मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला।
अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट राजधानी दिल्ली समेत 5 राज्यों में फैल चुका है। इनमें कर्नाटक, महाराष्ट्र, राज्स्थान, गुजरात और दिल्ली शामिल हैं। सबसे ज्यादा 9 मरीज राजस्थान में हैं, वहीं 8 मरीज अब तक महाराष्ट्र में दस्तक दे चुके हैं, वहीं सबसे पहले कर्नाटक में 2 मामले सामने आए थे, जबकि दिल्ली और गुजरात के जामनगर में 1-1 मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं।
हाई रिस्क देशों से लौटे यात्री
देश में कोरोना वायरस के सबसे खतरनाक वैरिएंट से संक्रमितों में सभी लोग या तो दक्षिण अफ्रीका से या फिर हाई रिस्क देशों से लौटने वालों के संपर्क में आए थे।
एक्सपर्ट्स ने आशंका जताई है कि अभी देश में ओमिक्रॉन से से संक्रमितों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। इसके पीछे वजह यह है कि अभी तक कई लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट सामने नहीं आई है। इसके अलावा इन लोगों के संपर्क में आने वालों की भी ट्रेसिंग की जा रही है, लिहाजा इस रिपोर्ट के आने के बाद मामलों में बढ़ोतरी होने के आसार बने हुए हैं।
देश में ओमिक्रॉन ने ऐसे दी दस्तक
2 दिसंबरः कर्नाटक में दो संक्रमित मिले। बेंगलुरु में ओमिक्रॉन का पहला केस आया, जबकि कुल दो मामलों की पुष्टि हुई। इनमें से एक 66 साल के बुजुर्ग थे जो दक्षिण अफ्रीका से दुबई होते हुए भारत पहुंचे जबकि दूसरे मरीज की उम्र 46 वर्ष थी।
4 दिसंबरः ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो और केस सामने आए। गुजरात और महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन ने दस्तक दी। जिम्बाब्वे से गुजरात के जामनगर लौटे 72 साल के बुजुर्ग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले। उनके संपर्क में आए 10 और लोगों के भी सैंपल लिए गए हैं। वहीं महाराष्ट्र के डोम्बिवली में कैपटाउन से लौटे शख्स में भी ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई।
5 दिसंबरः जयपुर-पुणे और दिल्ली में ओमिक्रॉन की एंट्री। महज एक ही दिन में देश में 17 नए केस सामने आए। जयपुर में 9 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले। इनमें से 4 लोग हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे, जबकि 5 इनके संपर्क में आए। दिल्ली में भी तंजानिया से लौटे शख्स में भी ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई। इसके अलावा महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ में 6 और पुणे में एक मरीज की ओमिक्रॉन से संक्रमित हुआ।
इसलिए बढ़ रही चिंता
ओमिक्रॉन के फैलाव के साथ चिंता भी बढ़ती जा रही है, क्योंकि महाराष्ट्र में मिले 8 संक्रमितों में से 3 ऐसे हैं जिनकी उम्र 18 साल से कम है, जबकि 4 मरीजों को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लग चुकी थी। वहीं डोम्बिवली में मिले मरीज को अभी तक वैक्सीन नहीं लगी थी।
इसी तरह राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन से मिले संक्रमित शख्स ने भी वैक्सीन की दोनों डोज लगवा लीं थीं। यानी ये वैरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। जो डराने वाला है।
यह भी पढ़ेंः Omicron Variant: पांच साल से कम उम्र के बच्चों के भी शिकार बना रहा ओमिक्रॉन, वैज्ञानिकों ने जताई चिंता इस बात ने दी राहतदेश में भले ही ओमिक्रॉन के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन सबसे बड़ी राहत की बात जो सामने आई है वो ये कि जिन भी मरीजों में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है उनमें हल्के लक्षण दिखाई दिए हैं। एक्स्पर्ट्स का मानना है कि ऐसा वैक्सीन की दोनों डोज लगाए जाने की वजह से हो सकता है।