बेंगलुरु ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स यूनियन के अध्यक्ष रुद्रमूर्ति ने कहा है कि ओला-उबर और रैपिडो ड्राइवरों का शोषण कर रही हैं। इसके साथ ही यात्रियों से भी मनमानी किराया वसूल कर रही हैं, इसलिए हम इस बैन का स्वागत करते हैं। कर्नाटक सरकार ने इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला ज्यादा किराया वसूली की शिकायतें मिलने के बाद लिया है।
नम्मा यात्री कैब ऐप का सरकार तय करेगी किराया
बेंगलुरु ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स यूनियन के अध्यक्ष रुद्रमूर्ति ने बताया कि ओला-उबर और रैपिडो पर लगे प्रतिबंध से लोगों को दिक्कत न हो इसलिए हमने अपनी कैब सर्विस ऐप लांच करने का फैसला लिया है, जिसका किराया सरकार की ओर से तय किया जाएगा।
बेंगलुरु ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स यूनियन के अध्यक्ष रुद्रमूर्ति ने बताया कि ओला-उबर और रैपिडो पर लगे प्रतिबंध से लोगों को दिक्कत न हो इसलिए हमने अपनी कैब सर्विस ऐप लांच करने का फैसला लिया है, जिसका किराया सरकार की ओर से तय किया जाएगा।
अब ओला-उबर व रैपिडो चलाने पर केस दर्ज होने के साथ लगेगा जुर्माना
कर्नाटक सरकार की ओर से चेतावनी दी गई है कि प्रतिबंध के बाद भी अगर ओला-उबर और रैपिडो अवैध रूप से संचालित होते हैं तो उन पर 5 हजार रुपए जुर्माना लगेगा। वहीं कंपनी व गाड़ी के मालिकों पर केस दर्ज किया जाएगा।
कर्नाटक सरकार की ओर से चेतावनी दी गई है कि प्रतिबंध के बाद भी अगर ओला-उबर और रैपिडो अवैध रूप से संचालित होते हैं तो उन पर 5 हजार रुपए जुर्माना लगेगा। वहीं कंपनी व गाड़ी के मालिकों पर केस दर्ज किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये कैब कंपनियां न्यूनतम किराया 100 रुपए ले रही थी, भले ही राइड की दूरी मात्र 2 किलोमीटर ही क्यों न हो। सरकारी नियम के अनुसार ऑटो 2 किलोमीटर के लिए अधिकतम किराया 30 रुपए ही ले सकते हैं। इसके बाद हर किलोमीटर के लिए यात्रियों से 15 रुपए किराया लिया जा सकता है।
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