सो रहे लोगों की धारदार हथियारों से हत्या
आरोपियों ने मंगलवार देर रात सुंदरगढ़ जिले में करमडीही के गीतापाड़ा में अपने टेंट में सो रहे पांच लोगों की धारदार हथियारों से कथित तौर पर हत्या कर दी। झड़प और हत्याओं की सूचना मिलने के बाद पश्चिमी रेंज के डीआईजी बृजेश राय, सुंदरगढ़ एसपी प्रत्यूष दिवाकर और सदर उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) एचके बेहरा डॉग स्क्वायड, साइंटिफिक और तकनीकी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की। पांच लोगों का डीएचएच में इलाज जारी
हत्याकांड में जीवित बचे दस लोगों में से पांच का सुंदरगढ़ डीएचएच में इलाज चल रहा है। घायलों से बात करने के बाद हमें पता चला कि करीब चार लोगों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला किया था। डीआईजी बृजेश राय ने कहा, जो लोग तंबू से भागने में कामयाब रहे, उन्होंने दूर से ही इस घटना को देखा। पीड़ित महाराष्ट्र के खानाबदोश जनजातियों से हैं। महाराष्ट्र के वर्धा, बिहार के छपरा और झारखंड के धनबाद से आए तीन परिवार पिछले पांच दिनों से करमडीही में रह रहे थे।
तीन महिलाओं और दो पुरुषों की मौत
यह जानलेवा हमला मंगलवार रात करीब 10:30 बजे किया गया जिसमें तीन महिलाओं और दो पुरुषों की मौत हो गई। महाराष्ट्र के वर्धा जिले के शिकायतकर्ता अविनाश पवार के अनुसार, हमलावरों ने उनकी पत्नी और दो बच्चों तथा उनकी साली के दो बच्चों का भी अपहरण कर लिया है। पांच मृतकों की पहचान छमा भोला (25), पुंदी पवार (65), सुभाष पवार, चानम कुमार भोंसले (40) और भुक्या कैला (56) के रूप में की गई है।
छापेमारी के लिए पुलिस टीमों को किया तैनात
डीआईजी बृजेश राय ने कहा, राउरकेला, झारसुगुड़ा और संबलपुर के पड़ोसी जिलों की पुलिस को बस और ट्रेन मार्गों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए सतर्क कर दिया गया है। इस बीच, अलग-अलग जगहों पर रहने वाले आरोपियों के रिलेटिवों के यहां छापेमारी के लिए अलग-अलग पुलिस टीमों को तैनात किया गया है। शुरुआती जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि दोनों समूहों के बीच कुछ पुरानी दुश्मनी थी। पुलिस एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के पहलू की भी जांच कर रही है।