RAW के साथ मिलकर NSA ने तैयार किया आतंकियों का ताबूत, अमित शाह के इशारे पर अब INDIAN ARMY, CRPF और JK POLICE खोदेगी कब्र
Jammu Kashmir: रियासी जिले में शिव खोड़ी मंदिर के तीर्थयात्रियों पर 9 जून को हुए आतंकी हमले के मद्देनजर इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा की उम्मीद है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा को लेकर नई दिल्ली में एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और सेना, अर्धसैनिक बलों, जम्मू-कश्मीर पुलिस तथा खुफिया एजेंसियों के अधिकारी मौजूद हैं।
अमरनाथ की सुरक्षित यात्रा को लेकर बनाई गई रणनीति बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति, और विशेषकर आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा-व्यवस्था पर चर्चा की जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में दूसरे कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर पर अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली यह पहली उच्च स्तरीय बैठक होगी। सूत्रों ने बताया कि बैठक में जम्मू से कठुआ के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा के जरिए घुसपैठ के रास्तों को बंद करने पर भी चर्चा होने की संभावना है।
तैनात होंगी अर्धसैनिक बलों की 400 से ज्यादा कंपनियां रियासी जिले में शिव खोड़ी मंदिर के तीर्थयात्रियों पर 9 जून को हुए आतंकी हमले के मद्देनजर इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा की उम्मीद है। अर्धसैनिक बलों की 400 से ज्यादा अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किए जाने की संभावना है। सूत्रों ने बताया, “राजौरी-पुंछ जिलों में छिपे आतंकवादियों को खत्म करने के लिए रणनीति बनाई जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि इन्हीं आतंकियों ने रियासी आतंकी हमले को अंजाम दिया है।”