OYO ने क्यों किया बदलाव?
OYO की तरफ से किए बदलाव के बाद से ही यह सवाल उठ रहा है कि ओयो ने यह कदम आखिर क्यों उठाया है। इसका जवाब देते हुए ओयो ने कहा, ओयो को पहले भी मेरठ में सिविल सोसाइटी ग्रुप से इस चीज को लेकर प्रतिक्रिया मिलती रही है, जिसमें अनमैरिड कपल्स के चेक-इन को लेकर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। इसके अलावा, कुछ और शहरों के लोगों ने भी अनमैरिड कपल्स को ओयो होटलों में चेक-इन करने की अनुमति नहीं देने के लिए याचिका दायर की है।नई पॉलिसी में क्या?
OYO की नई पॉलिसीमें अब कपल्स को होटल में चेक इन करने के लिए रिलेशनशिप का प्रूफ देना होगा। न सिर्फ ऑफलाइन बल्कि ऑनलाइन बुकिंग करने पर भी रिलेशनशिप प्रूफ दिखाना जरूरी होगा। साथ ही कंपनी ने कहा कि ओयो ने अपने पार्टनर होटलों को स्थानीय सामाजिक संवेदनशीलता को देखते हुए अपने फैसले के आधार पर कपल बुकिंग को अस्वीकार करने का अधिकार दिया है।लोगों से मिल रहे ऐसे रिएक्शन
OYO की पॉलिसी में हुए बदलाव के बाद यह सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड कर रहा है। लोगों में इसकी मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई यूजर इसके पक्ष में बात कर रहे हैं तो कई इसके विपक्ष में है।एक महिला से मिली ऐसी प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक महिल ने पॉलिसी को लेकर अपना रिएक्शन दिया इसमें महिला ने कहा, OYO की नई चेक-इन नीति में अविवाहित जोड़ों पर प्रतिबंध लगाना बहुत निराशाजनक है। दो वयस्कों द्वारा एक साथ रहने का फैसला करने में क्या गलत है। इसके खिलाफ कोई कानून नहीं है, तो फिर यह नैतिक पुलिसिंग क्यों? यह देखना बहुत निराशाजनक है कि एक ऐसा ब्रांड जिसने खुद को आधुनिक और युवा-हितैषी के रूप में स्थापित किया था, अचानक पुराने सामाजिक दबावों के आगे झुक गया। मेहमानों की सुरक्षा या सेवाओं में सुधार जैसे वास्तविक मुद्दों से निपटने के बजाय, OYO ने अभी-अभी अपने सबसे बड़े ग्राहक आधार के दरवाज़े बंद किए हैं। और किस लिए? कुछ मुखर आलोचकों (मेरठ में नागरिक समाज समूहों) को खुश रखने के लिए? ऐसा लगता है कि वे उन लोगों को छोड़कर सभी को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं जो वास्तव में उनकी सेवाओं का उपयोग करते हैं। यह पूरी बात भारत में हर जगह देखी जाने वाली मानसिकता की तरह ही है – अविवाहित लोगों के जीवन को नियंत्रित करने का जुनून। यह हमेशा इस बारे में होता है कि वे क्या पहन रहे हैं, वे किसके साथ घूम रहे हैं, और वे किसके साथ सेक्स कर रहे हैं, यह सब “नैतिक संस्कृति” और “देश को सुरक्षित रखने” के नाम पर होता है। यह पूरा चेक-इन नीति परिवर्तन OYO के अपने IPO के लिए तैयार होने के बारे में भी हो सकता है। SEBI से अपने IPO आवेदन को दो बार वापस लेने और अपने मूल्यांकन का 76% से अधिक खोने के बाद – 2019 में $10 बिलियन से 2024 में केवल $2.4 बिलियन तक – ऐसा लगता है कि कंपनी अब विवाद से बचने के लिए पूरी तरह से साफ-सुथरी और सामाजिक मूल्यों के साथ “तालमेल” रखने की कोशिश कर रही है।
ऑटो ड्राइवर का हास्यजनक पोस्ट
एक्स पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है इस पोस्ट में एक ऑटोरिक्शा चालक के अपने यात्रियों के लिए अपनी कैब में “रोमांस” के खिलाफ चेतावनी दी और यात्रियों से सम्मानजनक व्यवहार करने को कहा। चेतावनी में लिखा था, “चेतावनी!! कोई रोमांस नहीं। यह एक कैब है, आपकी निजी जगह या OYO नहीं है , इसलिए कृपया दूरी बनाए रखें और शांत रहें। सम्मान दें, सम्मान लें। धन्यवाद।”कंपनी ने दिया बयान
कंपनी की पॉलिसी में हुए बदलाव को लेकर ओयो नॉर्थ इंडिया के रिजन हेड पावस शर्मा का बयान सामने आया है। वह कहते है, ओयो सुरक्षित और जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी लोगों को देने के लिए प्रतिबद्ध है। जहां हम लोगों की आजादी और पर्सनल लिबर्टी का ख्याल रखते हैं, वहीं हम जिन माइक्रो मार्केट में काम करते हैं हम वहां के कानून प्रवर्तन और सिविल सोसाइटी ग्रुप की बात को सुनने और उनके साथ काम करने की अपनी जिम्मेदारी को भी पहचानते हैं। उन्होंने आगे कहा, हम समय-समय पर इस पॉलिसी और इसके प्रभाव को रिव्यू करते रहेंगे। कंपनी ने कहा कि यह पहल ओयो के इस प्रोग्राम का हिस्सा है जिसमें ओयो को लेकर पुरानी धारणा को बदलने की कोशिश की जा रही है और खुद को एक ऐसी ब्रांड के रूप में प्रोजेक्ट करने के लिए है जो परिवारों, छात्रों, बिजनेस, धार्मिक और अकेले यात्रा करने वालों के लिए सुरक्षित अनुभव देगी। साथ ही इस प्रोग्राम का मकसद लोगों के लंबे स्टे और रिपीट बुकिंग को बढ़ाना है और लोगों के भरोसे को जीतना है।