कब आया था अविश्वास प्रस्ताव?
विपक्षी दल कांग्रेस ने 26 जुलाई को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्वीकार किया था। इसके बाद इस पर चर्चा के लिए आठ, नौ और 10 अगस्त का दिन चर्चा के लिए तय किया गया। तीनों दिन पक्ष-विपक्ष दोनों के नेताओं के तरफ से एक-दूसरे पर खूब बयानबाजी हुई। विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत राहुल गांधी करने वाले थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर बाद में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शुरुआत की।
आज इन नेताओं ने दिया भाषण
आज अविश्वास प्रस्ताव वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण के भाषण से शुरू हुआ था। निर्मला सीतारमण के बाद लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना भाषण दिया था। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मणिपुर हिंसा पर सरकार को घेरा। उन्होंने पूछा कि किस राज्य में थानों से 5 हजार हथियार और लाखों गोलियां लूटी गईं। विपक्ष के सभी सवालों पर पीएम ने अंत में जवाब दिया।
INDIA के सांसदों ने किया वॉकआउट
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर लिया था। उनका कहना था कि हमें पीएम से जिस मुद्दे पर बोलने की उम्मीद थी, उन्होंने ऐसा नहीं बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।