मालूम हो कि रविवार को साइरस मिस्त्री की मर्सिडीज का मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर एक्सीडेंट हुआ था। इस हादसे में साइरस के साथ-साथ कार में एक और व्यक्ति की मौत हो गई थी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में मुंबई-अहमदाबाद हाईवे को खतरनाक बताया। गडकरी ने कहा कि अहमदाबाद-मुंबई एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक वॉल्यूम 1 लाख 25 हजार पैसेंजर कार यूनिट (PCU) है, इसलिए यहां ड्राइविंग के दौरान टक्कर की संभावना बहुत ज्यादा रहती है।
इसके अलावा गडकरी ने सफर के दौरान सीट बेल्ट जरूर लगाने की अपील भी की। साइरस मिस्त्री की हादसे में निधन पर दुख जताते हुए गडकरी ने ड्राइविंग के दौरान कार में सीट बेल्ट न लगाने को गलत बताया। उन्होंने कहा कि कार में पीछे बैठे लोगों के लिए भी सीट बेल्ट लगाना उतना ही जरूरी है, जितना आगे की सीट पर बैठने वालों के लिए। मालूम हो कि साइरस मिस्त्री ने भी हादसे के समय कार में सीट बेल्ट नहीं लगाया था।
यह भी पढ़ें – साइरस मिस्त्री का सड़क हादसे में निधन, मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर हुआ भीषण हादसा
आईएए वर्ल्ड समिट में परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि 20 हजार या उससे ज्यादा PCU का ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए छह लेन वाली सड़कों की जरूरत है। समिट में गडकरी ने कारों में सीट बेल्ट को लेकर चार मुख्यमंत्रियों का किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा- कुछ समय पहले मैं चार मुख्यमंत्रियों की गाड़ियों में बैठा था। उन सभी की गाड़ियों की फ्रंट सीट पर सीट बेल्ट लगाने वाली जगह (सॉकेट) पर क्लिप लगी हुई थी। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि चेतावनी अलार्म ना बजे। मैंने ड्राइवर को डांटा और क्लिप हटवाई।
बताते चले कि साइरस की कार ओवरटेकिंग के दौरान मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर पालघर के पास सूर्या नदी के पुल पर रोड डिवाइडर से टकरा गई थी। हादसे के समय साइरस के साथ कार में चार लोग सवार थे। साइरस पीछे की सीट पर बैठे थे। लेकिन उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी। सीसीटीवी से यह भी खुलासा हुआ कि साइरस की कार 9 मिनट में 20 किलोमीटर की दूरी तय की थी।
जैसे ही डिवाइडर से टकराकर मिस्त्री की कार पलटी वो पीछे वाली सीट से उलझकर आगे गिरे। इससे उनके सिर पर गंभीर चोट आई और उनकी मौत हो गई। इसलिए गडकरी ने सीट बेल्ट लगाने की जो अपील लोगों से की है, उसका पालन जरूर करना चाहिए।
यह भी पढ़ें – अपने पीछे इतनी संपत्ति छोड़ गए साइरस मिस्त्री, जानिए परिवार में कौन-कौन
इधर 1 जुलाई 2019 से सरकार ने कार कंपनियों को सीट बेल्ट रिमाइंडर (अलार्म) लगाना अनिवार्य कर दिया है, लेकिन यह सिर्फ अगली सीटों के लिए ही है। विशेषज्ञों के अनुसार पीछे की सीट बेल्ट के लिए भी अलार्म होना चाहिए। बता दें कि देश में साल 2020 में सड़क हादसों में 15,146 लोगों ने सीट बेल्ट नहीं लगाने की वजह से जान गंवाई। इस आकड़े के अनुसार सीटबेल्ट नहीं लगाने से प्रतिदिन 41 लोगों की मौत हुई। ऐसे में सीट बेल्ट जरूर लगाएं।