दो बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शहजलाल हलदार और मोहम्मद इदरीस 10 साल पहले अवैध रूप से भारत में आए थे। इसके बाद इन दोनों ने कई बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध तरीक़े से भारत में घुसपैठ कराया। भारत में घुसपैठ कराए गए बांग्लादेशी नागरिकों को देश के अलग अलग हिस्सों में भेजा गया। इसमें कर्नाटका में बड़े पैमाने पर लाए गए बांग्लादेशी नागरिकों को ज़बरन मज़दूरी कराने का मामला राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण की जानकारी में आया।
चोरी छिपे लाए गए बांग्लादेशी नागरिकों से ज़बरन करवाते थे मज़दूरी इस मामले में पूरी जानकारी के बाद इसी साल फ़रवरी में जलाल और इदरीस को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण की टीम ने गिरफ़्तार कर लिया। जाँच में पता चला कि ये दोनों बांग्लादेशी नागरिकों को कर्नाटक के 2 अलग अलग हिस्सों में एक वेयरहाउस में चोरी छिपे रखकर मज़दूरी करवा रहे थे।
कचरा नियोजन के लिए किराये पर ज़मीन लेकर अवैध रूप से लाए गए बांग्लादेशी नागरिकों को रखा गया हाउसकीपिंग के नाम पर दोनों ने एक कंपनी बनायी और एक गोदाम भी बनाया था। सीगेहल्ली और मार्गोदनहल्ली में इन दोनों ने किराये पर ज़मीन भी ली। यहाँ कचरा नियोजन यूनिट चलाने लगे। यहीं पर इन लोगों ने अस्थाई शेड बनाकर बांग्लादेशी नागरिकों को मज़दूरी करने के लिए मजबूर किया।
मज़दूरी के लिए दिए जाते थे बेहद कम पैसे, पुलिस से पकड़वाने का डर दिखाते थे मज़दूरी के बदले बेहद कम पैसे दिए जाते थे। यही नहीं दोनों अभियुक्त बांग्लादेश से लाए गए लोगों को पुलिस से गिरफ़्तारी का ख़ौफ़ दिखाकर इनसे ज़बरन काम करवाते थे।
अच्छी नौकरी और भारत के वैध पहचान पत्र दिलवाने का झाँसा देकर घुसपैठ कराई गई अलग अलग इलाकों से बचाए गए बांग्लादेशी नागरिकों ने बताया कि उन्हें भारत में अच्छी नौकरी का लालच देकर अवैध रूप से भारत में घुसपैठ कराई गई। यही नहीं इन लोगों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मानव तस्कर गैंग के लोगों ने उन्हें भारत में वैध पहचान पत्र और दूसरे काग़ज़ात दिलवाने का भी वादा किया था।
देश के अलग अलग हिस्सों में मानव तस्करी से जुड़े गैंग को लेकर जाँच जारी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण मानव तस्करी अंतरराष्ट्रीय गैंग से जुड़े मामले में अपनी जाँच कर रही है । भारत के अलग अलग हिस्सों में मानव तस्करी के गैंग के लोगों की तलाश कर रही है। इस गैंग से जुड़े दलालों और इसके विदेशी सदस्यों को लेकर खुफिया तरीक़े से कार्रवाई की जा रही है।