राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने पूरे मामले की जाँच में पाया कि व्यापारी पर हमला कुख्यात आतंकवादी गोल्डी बरार के कहने पर उसके गुर्गों ने किया था। विदेश में छिपकर बैठे आतंकवादी गोल्डी बरार हार और चार्जशीट में दम नामज़द एक और आतंकी फ़िलहाल फ़रार है। गोल्डी बहार विदेश में बैठकर पंजाब सहित कई राज्यों में आतंकी घटनाओं की साज़िश रचने और अंजाम देने का काम कर रहा है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने पाया कि अपनी मोडस ऑपरेडी के तहत बराक मादक पदार्थों की तस्करी अवैध असलहों को भारत के अलग अलग हिस्सों में भेजने के साथ साथ बड़े व्यापारियों से रंगदारी वसूलने और उन्हें निशाने पर लेने की साज़िश कर रहा है।
इस पूरे मारा मामले में बरार के साथ गुरप्रीत सिंह गोल्डी,ढिल्लों गुरविंदर सिंह सिंह हेरी, शुभम कुमार, अमृतपाल सिंह, कमलप्रीत सिंह, प्रेम सिंह, सरबजीत सिंह, लुधियानवी सिंह के ख़िलाफ़ एक चार्जशीट दाख़िल की गई।
इस पूरे मारा मामले में बरार के साथ गुरप्रीत सिंह गोल्डी,ढिल्लों गुरविंदर सिंह सिंह हेरी, शुभम कुमार, अमृतपाल सिंह, कमलप्रीत सिंह, प्रेम सिंह, सरबजीत सिंह, लुधियानवी सिंह के ख़िलाफ़ एक चार्जशीट दाख़िल की गई।