कहा गया कि मस्क ने ट्विटर का सफाई अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने ट्विटर के कर्मचारियों की छंटनी का आदेश भी दे दिया है। उन्होंने प्रबंधन से कहा है कि इस प्रक्रिया के दौरान जिन कर्मचारियों को कंपनी से बाहर किया जाना है, उनकी सूची तैयार की जाए। पहले भी ऐसी खबरे सामने आ रही थी, जिनमें कहा जा रहा था कि मस्क कंपनी के करीब 75 फीसदी कर्मचारियों की छटनी हो सकती है। कर्मचारियों को मुआवजे के तौर पर स्टॉक अनुदान देने के लिए निर्धारित किया गया है।
मस्क कंपनी के कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी में बदलाव करना चाहते है। इसके बारे में उन्होंने एक ट्वीट में बताया है कि ट्विटर व्यापक रूप से कई दृष्टिकोण के साथ एक कंटेंट मॉडरेशन काउंसिल का गठन किया जाएगा। माना जा रहा है कि प्रतिबंधित खातों की बहाली को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
दुनिया के सबसे बड़े अमीर एलन मस्क ने ट्विटर का स्वामित्व लेने के बाद सबसे पहले कंपनी के भारतवंशी सीईओ पराग अग्रवाल समेत कई शीर्ष अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था। जिन अधिकारियों को हटाया गया है, उनमें पराग अग्रवाल और विजय गड्डे के अलावा मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल और जनरल काउंसिल सीन एजेट शामिल हैं।