महिलाओं को हर चीज के लिए किया जाएगा प्रशिक्षित नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहाकि, महिलाओं को जहाजों, एयरबेसों, विमानों पर तैनात किया जाएगा। उन्हें हर चीज के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिस तरह एक सामान्य नाविक को प्रशिक्षित किया जाता है। प्रशिक्षण में कोई अंतर नहीं आने वाला है। हम एक लैंगिक-तटस्थ बल बनने पर विचार कर रहे हैं जहां हम केवल व्यक्ति की क्षमता देखते हैं।
2047 तक आत्मनिर्भर नौसेना रूप में खड़े होंगे हाल की वैश्विक घटनाएं यह रेखांकित करती हैं कि हम अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकते, हमें सरकार ने आत्मनिर्भर भारत को लेकर स्पष्ट दिशा दिखाई है। शीर्ष नेतृत्व के साथ नौसेना की प्रतिबद्धता है कि, हम 2047 तक आत्मनिर्भर नौसेना रूप में खड़े होंगे।
यह भी पढ़े – हैदराबाद में पहली बार दो ट्रांसजेंडर बने सरकारी डॉक्टर, खुशी से झूमी ट्रांसजेंडर डॉ. प्राची राठौड़ पहली बार दिल्ली से बाहर मनाया गया नौसेना दिवस नौसेना पहली बार अपना स्थापना दिवस राजधानी दिल्ली से बाहर बंगाल की खाड़ी से सटे विशाखापट्टनम में मना रही है। वायुसेना ने भी वायुसेना दिवस 8 अक्टूबर इस साल राजधानी दिल्ली में न मनाकर चंडीगढ़ में मनाया था। और इन दोनों की तर्ज पर एक नए चलन का पालन करते हुए 15 जनवरी 2023 को थल सेना अपना थल सेना दिवस दिल्ली से बाहर बेंगलुरु में मनाएगी।
नौसेना दिवस क्यों मनाते हैं भारत नौसेना की भूमिका के सम्मान में तथा 1971 के इंडो-पाक युद्ध के दौरान ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ में नौसेना की उपलब्धियों को मनाने के लिए दिनांक 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाता है।