दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा भारत
व्यापार संगठन सीआईआई के वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है और अगले कुछ साल यही स्थिति बनी रहेगी। अपनी बात को पुख्ता करते हुए उन्होंने कहा कि आईएमएफ के अनुमान के अनुसार, अगले पांच साल में वैश्विक जीडीपी में भारत का योगदान 18 प्रतिशत होगा।
सरकारी नीतियों में स्थिरता और भ्रष्टाचार मुक्त निर्णय
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि इस ऊंची विकास दर के पीछे बुनियादी वजह सरकारी नीतियों में स्थिरता और भ्रष्टाचार मुक्त निर्णय हैं जो बिना किसी शोर-शराबे के पर्दे के पीछे लिए जा रहे हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार की पीएलआई (प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन) योजना ने स्मार्टफोन इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। उन्होंने कहा, वर्ष 2014 में 78 प्रतिशत मोबाइल फोन आयात किए जाते थे। आज 99 प्रतिशत मोबाइल फोन भारत में बनते हैं।
आयात पर निर्भरता में 60 प्रतिशत की कमी आई
निर्मला सीतारमण ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में आयात पर निर्भरता में 60 प्रतिशत की कमी आई है जो सरकार के आत्मनिर्भर भारत के हिस्से के रूप में बढ़ी आत्मनिर्भरता को दिखाता है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस साल फरवरी में सिर्फ लेखानुदान पेश किया है और अर्थव्यवस्था को ज्यादा गति देने के लिए पूर्ण बजट की तैयारी सरकार गठन के साथ ही शुरू हो जाएगी।
2047 तक विकसित बनाने का लक्ष्य
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश को 2047 तक विकसित बनाने का लक्ष्य हासिल करने में निजी क्षेत्र की भूमिका अहम होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2031 तक देश के उपभोक्ता बाजार का आकार दोगुना होने की उम्मीद है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कॉर्पोरेट सेक्टर और वित्तीय सेक्टर की बैलेंस शीट की मजबूती से विकास की रफ्तार और बढ़ेगी।