हमास के हमले के बाद अब मोसाद ने एक एक आतंकी को चुनकर मारने का फैसला कर लिया है। इसमें वह भी शामिल है जो इन आतंकियों के साथ हैं। भले ही वह किसी और देश में रहता हो। गाजा पट्टी में युद्ध के बाद अब इजरायल दुनियाभर में हमास के शीर्ष नेताओं का शिकार करने की योजना बना रहा है। यह इसलिए कि हमास फिर से 7 अक्टूबर जैसा हमला न दोहरा पाए। मोसाद ने इस मंशा को पूरा करने के लिए अपने एजेंटों को हमास के सभी शीर्ष नेताओं को सजा-ए-मौत देने का हुक्म जारी किया है।
इन देशों में होगी कार्रवाई
इजरायली सेना गाजापटटी में तो मोसाद गाजापटटी से बाहर दुश्मनों का सफाया करने की तैयारी कर रहा है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमास आतंकियों के मौत का आदेश जारीकर दिया है। मोसाद अब तुर्की, कतर और लेबनान आदि में हमास के नेताओं को निपटाने की तैयारी में है। कतर खासतौर पर हमास के निशाने पर है। सजा-ए-मौत की तैयार सूची में इस्माइल हानिया, मोहम्मद दीफ, याह्या सिनवार और खालिद मशाल का नाम शामिल है। हानिया फिलिस्तीन के पूर्व प्रधानमंत्री हैं और कतर में रहते हैं।
हमास क्या है?
हमास एक आतंकी संगठन है। कई देश राजनीतिक पार्टी भी मानते हैं। हमास-हरकत अल मुकावामा अल इस्लामिया है। यह अरबी शब्द है। इसका मतलब इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन होता है। हमास की स्थापना 1987 में हुए पहले फिलिस्तीनी विद्रोह में मौलवी शेख अहमद यासीन ने की थी। अमरीका, इजरायल और ब्रिटेन समेत कई देशों ने आतंकी संगठन करार दिया है।