सूत्रों ने बताया कि शराब व्यवसाय से जुड़ी साहू की कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के ठिकानों बरामद किए जा रही रकम में ज्यादातर 500 रुपए के नोट हैं। नोट गिनने के लिए बैंक कर्मचारी और एजेंसी के अधिकारियों को लगाया गया है। इसके साथ ही गिनती के बाद ट्रकों से नोटों को बैंक पहुंचा जा रहा है। आयकर विभाग के अधिकारी कंपनी से जुड़े लोगों के बयान दर्ज कर रहे हैं।
अभी तो बचे हैं 7 कमरे और 9 लॉकर
सूत्रों ने बताया कि ओडिशा के बोलांगीर जिले में शराब कंपनी (बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज) के परिसर में रखी 8-10 अलमारियों से 230 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। बाकी पैसे ओडिशा और रांची के अन्य ठिकानों से जब्त किए गए हैं। बताया जाता है कि अभी तक तीन ठिकानों पर सात कमरों और नौ लॉकरों की तलाशी बाकी है। इन स्थानों से भी भारी मात्रा में कैश और ज्वेलरी मिल सकती है।
तीन सूटकेस में क्या था
आयकर विभाग की टीम शनिवार को सांसद साहू के आवास से तीन सूटकेस लेकर बाहर निकली। माना जा रहा है कि ये ज्वेलरी से भरे हो सकते हैं।
चुनावी हलफनामे में सिर्फ 27 लाख
धीरज साहू 2010 से कांग्रेस के झारखंड से राज्यसभा सांसद हैं। उनके ठिकानों से बेशक अब तक 300 करोड़ से ज्यादा पैसे मिले हों लेकिन चुनाव आयोग को राज्यसभा चुनाव के दौरान दिए हलफनामे में साहू ने बताया था कि उनके पास 15 लाख कैश है, जबकि उनकी पत्नी व आश्रितों को मिलाकर परिवार के पास महज 27.50 लाख नकद हैं। वहीं, उनके व उनके आश्रितों के खातों में कुल 8 करोड़ 59 लाख 24106 रुपए जमा थे।
कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला
वहीं, इस पूरे विवाद से कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, “ सांसद धीरज साहू के बिजनेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ़ वही बता सकते हैं, और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए, कि कैसे आयकर अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है।”