प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार देर रात गांधीनगर राजभवन में मोरबी पुल हादसे को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में पीएम ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी और आला अधिकारियों से हादसे की जानकारी ली और लोगों की पूरी मदद करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि आपदा से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मिले। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, पीएम मोदी ने राजभवन, गांधीनगर में मोरबी में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
प्रधानमंत्री मोदी के मोरबी दौरे से पहले विपक्ष ने कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। विपक्ष ने अस्पताल में देर रात पेंटिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी करके बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस ने इसे त्रासदी का इवेंट कहा है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने इसे भाजपा के फोटोशूट से पहले की तैयारी करार दिया। दरअसल, पीएम मोदी के मोरबी पहुंचने से पहले ही प्रशासन हरकत में दिखा और सिविल अस्पताल को दुरुस्त करने में जुट गया। अस्पताल में रंगाई-पुताई करवाई गई। टूटी हुई टाइल्स की भी मरम्मत की गई, जिसकी कुछ तस्वीरें भी आईं।
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गुजरात सरकार ने मोरबी पुल गिरने के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 नवंबर को राज्यव्यापी शोक की घोषणा की है। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई त्रासदी के बाद की स्थिति की समीक्षा के लिए हुई बैठक में लिया गया।
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गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया, गुजरात सरकार ने 2 नवंबर को राज्यव्यापी शोक मनाने का फैसला किया है। राज्य में सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई समारोह / मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
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गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मोरबी पहुंचे थे और बचाव अभियान की कमान संभाल रहे हैं। इस घटना की जांच के लिए बीजेपी सरकार ने एक समिति गठित की है। बचाव और राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।