मानसून एक्सप्रेस की रफ्तार तेज
मानसून के आगे बढऩे की अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। मानसून अब तक केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों के अलावा लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार समेत अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बहुत आगे बढ़ चुका है। इसके अलावा मानसून पूर्वोत्तर के राज्यों में भी पहुंच चुका है। आईएमडी की नई सैटेलाइट इमेजरी के मुताबिक सोमवार को मानसून पश्चिम बंगाल के कूचबिहार और किशनगंज के आसपास का इलाके में पहुंच चुका है।
बेंगलूरु में झमाझम, टूटा 133 साल का रिकॉर्ड
कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में रविवार को 111.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह 133 साल में सर्वाधिक आंकडा है। मौसम विभाग के मुताबिक देश में देश में दो चक्रवातीय निम्न दाब का केंद्र बने हुए हैं, जिसकी वजह से देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन असम को पूर्वोत्तर हिस्से के ऊपर क्षोभमंडल में सक्रिय है जबकि दूसरा सर्कुलेशन केरल और उसके आसपास बना हुआ है। इस कारण इन इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।