आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि कि रविवार 23 जून को सुबह करीब 10:30 बजे बादल फट गया। इसके कारण ईटानगर और आसपास के इलाकों के कई हिस्सों से भूस्खलन भी स्थिति पैदा हो गई। एनएच-415 की सड़क नदी बन गई। प्रशासन ने सभी लोगों से नदियों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों दे दूर रहने का आग्रह किया है। अपील की है कि वह ऐसी जगहों पर न जाएं साथ ही उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है ताकि किसी भी तरह के नुकसान से बचा जा सके।
तेज बारिश से हालात खराब
अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार भारी बारिश हो रही है। पिछले दो दिनों में स्थिति में सुधार हुआ भी हुआ था लेकिन रविवार को अचानक बादल फट गया। इसके कारण बाढ़ग्रस्त इलाकों में परेशानी ज्यादा बढ़ गई। जिला प्रशासन ने लोगों के लिए सात निर्दिष्ट स्थानों पर राहत शिविर लगाए हैं जहां लोग रह सकें।
अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार भारी बारिश हो रही है। पिछले दो दिनों में स्थिति में सुधार हुआ भी हुआ था लेकिन रविवार को अचानक बादल फट गया। इसके कारण बाढ़ग्रस्त इलाकों में परेशानी ज्यादा बढ़ गई। जिला प्रशासन ने लोगों के लिए सात निर्दिष्ट स्थानों पर राहत शिविर लगाए हैं जहां लोग रह सकें।