इस बीच, मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, और छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों तक हीटवेव की स्थिति रहने के बाद इसमें कमी आएगी। यानी इन राज्यों में तीन दिनों के बाद गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है।
जानिए कब कहां दस्तक देगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, केरल में अगले चार दिनों में मॉनसून के आगमन के अनुकूल परिस्थितियाँ बन रही हैं। मौसम विभाग ने केरल में मॉनसून आने की तारीख 31 मई बताई है। इसके अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश में मॉनसून 18-20 जून के बीच वाराणसी या गोरखपुर से आ सकता है। राजधानी लखनऊ में मॉनसून के 23-25 जून के दौरान आने की संभावना है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मॉनसून के 10-11 जून को आने की उम्मीद जताई गई है। मौजूदा भीषण गर्मी के बाद जल्द ही मॉनसून की दस्तक से राहत मिलने की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट और लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटे में ऐसा रहा मौसम का हाल
पिछले 24 घंटे में राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, पश्चिमी मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, और उत्तर प्रदेश में हीटवेव की स्थिति बनी रही। खासकर हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, और राजस्थान में 17 मई से लगातार हीटवेव चल रही है, जिससे दिन में बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दूसरी ओर, गंगीय पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, केरल, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, और त्रिपुरा में भारी बारिश हुई।
इन राज्यों में बारिश और तूफान का अलर्ट
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 30-31 मई को केरल, माहे, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार, सब हिमालयी पश्चिम बंगाल, और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, और कर्नाटक में 29 मई को बारिश और आंधी तूफान का अलर्ट है। गुजरात में 30 मई को तेज हवाएं चलने का अनुमान है। उत्तराखंड में 30-31 मई को और जम्मू कश्मीर, लद्दाख, तथा हिमाचल प्रदेश में 30 और 31 मई को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। रेमल चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में 31 मई को भारी से बहुत भारी बारिश होगी। सब हिमायली पश्चिम बंगाल के पूर्वी जिलों में 30 और 31 मई को तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम, मणिपुर, और त्रिपुरा में 30 और 31 मई को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
आगे बताया गया कि एक तरफ जहां कई इलाकों में भीषण गर्मी और हीटवेव का प्रकोप जारी है, वहीं दूसरी ओर देश के पूर्वोत्तर और दक्षिणी हिस्सों में बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम की इन विभिन्न परिस्थितियों के मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।