केंद्र की मोदी सरकार ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर के दी है। बता दें कि मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल के दौरान अब तक कुल 7 लोगों को ये सम्मान दिया गया है। इनमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, वरिष्ठ राजनेता, महान संगीतकार से लेकर कट्टर कांग्रेसी तक शामिल है। हालांकि इन 7 में से 4 लोगों को ये सम्मान मरणोपरांत दिया गया।
1. पंडित मदन मोहन मालवीय
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार के पहले साल में स्वतंत्रता आंदोलन में अतुलनीय योगदान निभाने वाले और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय को 2015 में भारत रत्न देने का ऐलान किया। हालांकि ये सम्मान उन्हें मरणोपरांत दिया गया।
2. अटल बिहारी वाजपेयी
2014 में केंद्र की सरकार बनने के तुरंत अगले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को 2015 में भारत रत्न दिया। हालांकि बिमार होने के कारण उन्हें ये सम्मान तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उनके दिल्ली स्थित आवास पर जाकर दिया था।
3. नानाजी देशमुख
नानाजी देशमुख एक भारतीय समाजसेवी थे। वे पूर्व में भारतीय जनसंघ के नेता थे। 1977 में जब जनता पार्टी की सरकार बनी, तो उन्हें मोरारजी-मंत्रिमंडल में शामिल किया गया परन्तु उन्होंने यह कहकर कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग सरकार से बाहर रहकर समाज सेवा का कार्य करें, मंत्री-पद ठुकरा दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी समाज सेवा के लिए उन्हें 2019 में मरणोपरांत भारत रत्न दिया।
4. भूपेन हजारिका
भूपेन हाजरिका भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम से एक बहुमुखी प्रतिभा के गीतकार, संगीतकार और गायक थे। इसके अलावा वे असमिया भाषा के कवि, फिल्म निर्माता, लेखक और असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार भी रहे थे। वे भारत के ऐसे विलक्षण कलाकार थे जो अपने गीत खुद लिखते थे, संगीतबद्ध करते थे और गाते थे। मोदी सरकार ने उन्हें भी मरणोपरांत 2019 में भारत रत्न दिया।
5. प्रणव मुखर्जी
केंद्र की मोदी सरकार ने कट्टर कांग्रेसी और भारत के तेरहवें राष्ट्रपति रहे प्रणव मुखर्जी को 26 जनवरी 2019 को भारत रत्न से सम्मानित किया। बता दें कि वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार में वह वित्त और गृह मंत्री रह चुके थे।
6. कर्पूरी ठाकुर
कांग्रेस विरोधी समाजवादी नेता और दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर को मोदी सरकार ने इसी साल 25 जनवरी को भारत रत्न देने का ऐलान किया। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। हालांकि उन्हें भी ये सम्मान मरणोपरांत ही दिया गया है।
7. लाल कृष्ण आडवाणी
देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर के दी है। बता दें कि एक साल में सिर्फ तीन लोगों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है।