केंद्रीय मंत्री ने पोस्ट में आगे कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का भारत के स्वतंत्रता संग्राम और इतिहास में अद्वितीय स्थान है। चोल साम्राज्य के दौरान यह द्वीप क्षेत्र नौसैनिक अड्डे के रूप में कार्य करता था, अब इसे रणनीतिक और विकास संबंधी आकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण आधार माना जाता है।
उन्होंने अंत में कहा, “यह वह स्थान भी है जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी ने पहली बार तिरंगा फहराया था और यह वह सेलुलर जेल भी है जहां वीर सावरकर जी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्र राष्ट्र के लिए संघर्ष किया था।”