विश्वकर्मा योजना को भी मिली मंजूरी
केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस योजना से शिल्पकारों को 1 लाख रुपये तक का लोन 5 प्रतिशत पर उपलब्ध होगा। विश्वकर्मा योजना से 30 लाख शिल्पकार परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा कैबिनेट ने 14,903 करोड़ रुपये के खर्च के साथ डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को बढ़ाने के लिए मंजूरी दी।
55 हजार से अधिक लोगों को मिल सकता है रोजगार
अनुराग ठाकुर ने बताया कि सरकार के इस फैसले के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों में ई-बसें चलाई जाएंगी। ये ई-बसें पर्यावरण के अनुकूल होंगी। देश के 100 शहरों को इसके लिए चुना गया है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि शहरों का चयन चैलेंज मेथड से किया जाएगा। यह योजना पीपीपी मोड के तहत 2037 तक चलेगी। वहीं, केंद्र सरकार की ओर से दस साल तक इसे सहायता मिलेगा।
जिस शहर की आबादी 3 लाख या उससे अधिक है, उन शहरों को प्राथमिकता मिल सकती है। इस योजना के जरिए सरकार बेरोजगारी पर भी वार करेगी, इस योजना से 55 हजार से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना जताई गई है।