scriptमोबाइल और सोशल मीडिया ऐप से रिश्तों में दरार का खतरा! स्मार्टफोन में सिर्फ ये 3 फीचर चाहते हैं 95% बच्चे | Mobile and social media apps can cause rift in relationships! 95 percent children want only these 3 features in their smartphone | Patrika News
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मोबाइल और सोशल मीडिया ऐप से रिश्तों में दरार का खतरा! स्मार्टफोन में सिर्फ ये 3 फीचर चाहते हैं 95% बच्चे

Side Effects of Smartphone: देश के 76 फीसदी बच्चे और 84 फीसदी अभिभावक एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं, लेकिन स्मार्टफोन और सोशल मीडिया ऐप उन्हें ऐसा करने से रोक रहे हैं।

नई दिल्लीDec 06, 2024 / 09:41 am

Shaitan Prajapat

Side Effects of Smartphone: देश के 76 फीसदी बच्चे और 84 फीसदी अभिभावक एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं, लेकिन स्मार्टफोन और सोशल मीडिया ऐप उन्हें ऐसा करने से रोक रहे हैं। अभिभावकों के मुकाबले बच्चे स्मार्टफोन के नकारात्मक प्रभावों को लेकर ज्यादा जागरूक हैं। स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वीवो और साइबर मीडिया रिसर्च के सर्वे में यह खुलासा हुआ। सर्वे के मुताबिक 94 फीसदी बच्चे चाहते हैं कि उनके माता-पिता के स्मार्टफोन में कॉलिंग, मैसेजिंग और कैमरा जैसे सिर्फ तीन फीचर होने चाहिए।

एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताने की चाह में लत बनी बाधक

अभिभावक-बच्चों के रिश्तों पर स्मार्टफोन का असर जानने के लिए किए गए सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे नहीं चाहते कि माता-पिता के स्मार्टफोन में सोशल मीडिया, इंटरटेनमेंट और गेमिंग ऐप की सुविधा हो। दूसरी तरफ 75 फीसदी अभिभावक इसको लेकर चिंतित हैं कि उनके बच्चे स्मार्टफोन की लत की वजह से परिवार के साथ सार्थक रिश्ते नहीं बना पा रहे हैं। इसके बावजूद बच्चे और अभिभावक, दोनों स्मार्टफोन की लत छोडऩे को तैयार नहीं हैं। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई कि स्मार्टफोन से रिश्तों में दरार पैदा होने का खतरा है।
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कितने नहीं रह सकते स्मार्टफोन के बगैर…

—76 फीसदी अभिभावकों और 71 फीसदी बच्चों ने माना कि वे स्मार्टफोन के बगैर नहीं रह सकते।
—64 फीसदी बच्चे मानते हैं कि उन्हें स्मार्टफोन की लत लग चुकी है।
—60 फीसदी से ज्यादा बच्चों ने कहा कि अगर उनके दोस्त सोशल मीडिया ऐप से हट जाएं तो वे भी इन ऐप का इस्तेमाल छोड़ सकते हैं।

सकारात्मक बदलाव के लिए हो इस्तेमाल

सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक अभिभावक रोजाना औसतन पांच घंटे से ज्यादा तो बच्चे करीब चार घंटे स्मार्टफोन पर व्यतीत करते हैं। ज्यादातर समय सोशल मीडिया और इंटरटेनमेंट ऐप पर बिताया जाता है। सर्वे से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सकारात्मक बदलाव और जिंदगी को आसान बनाने के लिए होना चाहिए।

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