अजमेर दरगाह मुद्दे पर यह बोली मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आजकल सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। अजमेर शरीफ दरगाह 800 साल पुरानी, हिंदू-मुस्लिम, सिख, ईसाई सब जाते है और वो हमारे भाईचारे ही गंगा-जमुना तहजीब की निशानी है। उससे बड़ी मिशाल हमारे मुल्क में कोई नहीं हो सकती है। उसके पीछे भी पड़ गए है कि उसे भी खोदो कि कोई शायद मंदिर निकल आए। मुझे समझ नहीं आता है कि यह कब तक चलेगा। मतदान के दौरान चुनाव प्रतिशत अलग होता है और परिणाम अलग होते हैं, इस पर भी हमें संदेह है। उन्होंने एक राज्य छोड़ दिया ताकि विपक्ष बोल न सके। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। अगर भारत में भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होंगे। तो फिर भारत और बांग्लादेश में क्या अंतर है?…मुझे भारत और बांग्लादेश में कोई अंतर नहीं लगता।
बीजेपी नेता ने किया पलटवार
महबूबा मुफ्ती के इस बयान का बीजेपी नेता रविंदर रैना ने पटलवार किया है। बीजेपी नेता रैना ने कहा कि पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का बांग्लादेश के साथ तुलना वाला दिया गया बयान बहुत विवादास्पद, दुर्भाग्यपूर्ण है। बांग्लादेश में इस वक्त अल्पसंख्यकों चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। जिस प्रकार का अत्याचार बांग्लादेश में हुआ, महबूबा मुफ्ती का बांग्लादेश को लेकर भारत के खिलाफ दिया गया बयान राष्ट्रद्रोह है। भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सब सुरक्षित हैं। वे खुद जगह-जगह जाकर रैलियां करती हैं, अपना पक्ष सामने रखती हैं। उन्हें सभी सुरक्षा मिली हुई है। महबूबा मुफ्ती का बयान गैर जिम्मेदाराना है, इसे राष्ट्रद्रोह की नजर से देखा जाना चाहिए। महबूबा मुफ्ती ने राष्ट्रद्रोह किया है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।