आतंकवादियों पर लगाए जाने वाले कानून नेताओं पर लगाए जा रहे
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “नेताओं को जेल में रखा जा रहा है। दुनिया भर में आतंकवादियों और माफियाओं पर जो क़ानून लगाए जाते हैं, वे यहां नेताओं पर लगाए जा रहे हैं। उन्हें लंबे समय तक के लिए जेल में रखा जा रहा है। यह पूरी तरह से तानाशाही है।” तानाशाही की वजह से देश की आम जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके शिक्षा और स्वास्थ्य पर खतरा पैदा हो रहा है। लेकिन, केंद्र सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।
विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा
सिसोदिया ने कहा, “हम सभी विपक्षी दलों को इसके लिए एकजुट होना होगा। सभी विपक्षियों को एकजुट होकर सोचना होगा कि आज उसका नेता जेल में है, तो कल हमारा भी होगा। लिहाजा हम सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा। मैंने कल (शुक्रवार को) भी यह बात कही थी और आज भी यह बात दोहराता हूं कि देश ने विपक्ष को एक ताकत दी है। अगर आज पूरा देश एकजुट हो जाएगा, तो मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 24 घंटे के अंदर जेल से बाहर आ जाएंगे।”
सुप्रीम कोर्ट ने दी है सिसोदिया को जमानत सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ‘ट्रायल में देरी’ को देखते हुए मनीष सिसोदिया को जमानत दी थी। उन्हें 26 फरवरी 2023 को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। इन 17 महीनों में उन्होंने जमानत के लिए कई बार निचली अदालत से लेकर शीर्ष अदालत तक का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन हर बार उन्हें मायूसी ही हाथ लगी थी।