इसके साथ ही मनीष सिसोदिया ने कहा कि उस समय असम सरकार ने अन्य कंपनियों से 600 रुपए प्रति के रेट से पीपीई किट खरीदी, लेकिन हेमंत बिस्व सरमा की पत्नी के कंपनी से 990 रुपए के हिसाब से पीपीई किट खरीदे गए।
मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि हेमंत बिस्व सरमा ने अपने बेटे के पार्टनर्स की कंपनी को पीपीई किट खरीदने के ठेके 990 रुपए के हिसाब से दिए। उन्होंने कहा कोरोना के कारण बिना टेंडर ठेके दिए गए। इसलिए उस पर मैं टिप्पणी नहीं कर रहा हूं, लेकिन जिसे ठेका दिया गया और जिस रेट में दिया गया वह भ्रष्टाचार है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हेमंत बिस्व सरमा की पत्नी की कंपनी व बेटे के पार्टनर्स की कंपनी ने पीपीई किट की सप्लाई नहीं की, उसके बाद भी उन्हें ठेके दिए गए। वहीं इस बार ठेके 1680 रुपए प्रति किट का ठेका दिया गया। जब 600 रुपए में पीपीई किट मिल रही थी, तो 1680 बेटे के पार्टनर्स की कंपनी से 1680 में क्यों खरीदी गई।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हेमंत बिस्व सरमा की पत्नी की कंपनी व बेटे के पार्टनर्स की कंपनी ने पीपीई किट की सप्लाई नहीं की, उसके बाद भी उन्हें ठेके दिए गए। वहीं इस बार ठेके 1680 रुपए प्रति किट का ठेका दिया गया। जब 600 रुपए में पीपीई किट मिल रही थी, तो 1680 बेटे के पार्टनर्स की कंपनी से 1680 में क्यों खरीदी गई।
भाजपा राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर चुप क्यों
मनीष सिसोदिया ने कहा मैं आज देखता हूं, कि भाजपा वालों को भ्रष्टाचार की कोई समझ है कि नहीं है। विपक्षी पार्टियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लाकर उनको जेल में डाल दो ये तो खेल आप बहुत दिन से खेल रहे हो, लेकिन आज सबूत दे रहे हैं कि आपके पार्टी के मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री ने भ्रष्टाचार किया है। आप भाजपा राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर चुप क्यों हैं।
अपनी पत्नी की कम्पनी को बिना टेंडर परचेज ऑर्डर देना भ्रष्टाचार!
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके लिखा मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा, यह रहा आपकी पत्नी की JCB इंडस्ट्रीज के नाम 990/- प्रति किट के हिसाब से 5000 किट ख़रीदने का कॉन्ट्रैक्ट। इसके साथ ही सवाल किया कि बताइए क्या यह काग़ज़ झूंठा है? क्या स्वास्थ्य मंत्री रहते अपनी पत्नी की कम्पनी को बिना टेंडर परचेज ऑर्डर देना भ्रष्टाचार नहीं है?