बताया जा रहा है कि इन आतंकियों को पहले से पता था कि सेना की टुकड़ी इस इलाके से गुजरेगी। यही वजह है कि वे पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। मौका मिलते ही उन्होंने असम राइफल्स के काफिले पर आईडी से हमला बोल दिया। इस हमले में परिवार समेत कमांडिंग ऑफिसर शहीद हो गए जबकि कई जवानों के घायल होने के खबर है।
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Delhi Air Pollution: राजधानी में जहरीली हवा को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा- जरूरत हो तो लगा दें लॉकडाउन हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बच्चों की मौत हो गई। वहीं इस हमले में चार अन्य जवान गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट में यह हमला हुआ। यहां असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया। काफिले में कमांडिंग ऑफिसर के परिवार के सदस्य और क्विक एक्शन टीम के सदस्य मौजूद थे। इस हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है।
वहीं इस आतंकी हमले को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कायरतापूर्ण हरकत बताया है। उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ट्विट में लिखा- ‘जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पैरा मिलिट्री और राज्य के सुरक्षाबल उग्रवादियों को ढूंढकर ठिकाने लगाने के काम में जुट गए हैं।’