पूर्व सांसद सहित महायुति के 14 बागी हटे
भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित) की महायुति ने 13 बागियों को मैदान से हटने को राजी करने में सफलता पाई। भाजपा के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने बोरीवली सीट से और पूर्व मंत्री विश्वजीत गायकवाड़ ने उद्रगिर सीट से अपना नामांकन वापस ले लिया। शेट्टी ने कहा कि पार्टी बड़ी होती है, उन्होंने विचार विमर्श नहीं करने पर विरोध जताने के लिए नामांकन दाखिल किया था। बताया जाता है कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने शेट्टी को मनाया। गठबंधन में शामिल एनसीपी और शिवसेना के उम्मीदवार सात सीटों पर आमने सामने हैं जिनमें मानखुर्द शिवाजीनगर सीट प्रमुख है। इस पर एनसीपी के नवाब मलिक चुनाव लड़ रहे हैं। एमवीए तीन सीटों पर ही मना पाया बागियों को
एमवीए गठबंधन में शामिल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद) केवल तीन सीटों भायखला, कल्याण पूर्व और कोल्हापुर उत्तर से बागियों को मैदान से हटाने को राजी हो पाए जबकि 15 सीटों पर बागी प्रत्याशी मैदान में डटे हैं। कोल्हापुर उत्तर सीट पर चुनाव लड़ने को अड़ी मधुरिमा राजे छत्रपति को कांग्रेस आखिरी वक्त में मैदान से हटने के लिए राजी करने में सफल रही।
मनोज जरांगे ने वापस ली उम्मीदवारी
नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसी भी उम्मीदवार या पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल करने वाले अपने समर्थकों से अपना नाम वापस लेने को कहा। जरांगे ने कहा कि मराठा समुदाय खुद तय करेगा कि किसे हराना है और किसे चुनना है।
मनसे प्रमुख के बेटे को करना होगा मुकाबला
पार्टी नेतृत्व के दबाव के बावजूद मुंबई के माहिम विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना (शिंदे) उम्मीदवार सदा सरवणकर ने अपना नाम वापस नहीं लिया और उनका मुकाबला मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे से होगा। भाजपा माहिम सीट पर मनसे का समर्थन करने की बात कर रही है, लेकिन शिंदे के प्रत्याशी मैदान से नहीं हटे।