बिहार में पिछले दो दिनों से चले रहे सियासी ड्रामे का आज अंत हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी शनिवार को अपने पद से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने का ऐलान कर सकते हैं। वहीं, बिहार की के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी को सीेएम बनाने के लिए पूरा दमखम लगाते दिख रहे हैं। बता दें कि बिहार की सियासत को तीनों ही दलों में बैठकों का दौर शुरु हो गया है। खबर ये है कि भाजपा इस बार नीतीश को अपने शर्तों पर गठबंधन में शामिल करना चाहती है।
आज इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं नीतीश कुमार
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार की सत्ता पर करीब 18 साल से काबिज नीतीश कुमार शनिवार को एक बार फिर से अपना इस्तीफा दे सकते हैं। सूबे में महागठबंधन की सरकार गिरने के बाद आज भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का ऐलान कर सकते हैं। अगर ऐसा होगा तो नीतीश 18 साल में 9 वीं बार सीएम के पद की शपथ लेंगे।
राज्यपाल के टी पार्टी में शामिल नहीं हुए थे तेजस्वी
बता दें कि महागठबंधन सरकार में दूरी कल तब ही दिख गई, जब गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की एक तस्वीर वायरल हुई। इस फोटो में दोनों नेताओं को एक दूसरे से 5 फीट की दूरी पर देखा गया। वहीं, राज्यपाल की तरफ से दी गई टी पार्टी में नीतीश तो राजभवन पहुंचे लेकिन तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे। जिसके बाद अटकलों को और बल मिल गया।
तेजस्वी को सीएम बनाने में जुटे लालू प्रसाद
सरकार पर मंडराते खतरे को देखते हुए आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव बिहार में महागठबंधन सरकार बचाने में जुटे हुए है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शु्क्रवार को उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को करीब 5 बार फोन किया। लेकिन सीएम ने उनसे बात करने से इंकार कर दिया। वहीं, आरजेडी में बैठकों का दौर लगातार जारी है। सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आ रही है कि आरजेडी, जीतन राम मांझी को मनाने में लग गई है। लालू प्रसाद यादव ने जीतन राम मांझी को ऑफर दिया है कि अगर वह तेजस्वी को सीएम बनाने में मदद करते है तो वह मांझी के बेटे को डीप्टी सीएम बना देंगे।
बिहार बीजेपी की अहम बैठक
वहीं, बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर बिहार बीजेपी ने आज अहम बैठक बुलाई है। प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े ने आज सुबह मीडिया से बात करते हुए कहा, “बिहार की बैठक है जिसमें सभी पदाधिकारी सभी विधायक सांसद आएंगे और आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी।”