इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की। सदन में हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी खड़े होकर कुछ बोलते नजर आए। नारेबाजी के बीच लोक सभा स्पीकर बिरला ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि, उन्होंने किसी भी माननीय सदस्य को सदन में बोलने से नहीं रोका है। नियमों एवं प्रक्रियाओं के तहत सदस्य ने पहले भी अपनी बात सदन में रखी है और आगे भी इन्ही नियमों और प्रक्रियाओं के तहत वे बोलने की इजाजत देंगे।
दोनों पक्षों की तरफ से लगातार चल रही नारेबाजी के बीच उन्होंने बार.बार अनुरोध किया कि, सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलने दिया जाए। इसके बाद वो बोलने का मौका देंगे। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बार.बार सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा कि, देश चाहता है सदन चले। उनके मुद्दों पर चर्चा हो। उनकी कठिनाइयों पर चर्चा हो। लेकिन क्या आप हंगामा कर रहे सांसद नहीं चाहते कि यह सदन चले।
लेकिन इसके बावजूद दोनों पक्षों की तरफ से लगातार नारेबाजी होती रही और इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने यह कहते हुए लोक सभा की कार्यवाही को दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया कि आप लोग हंगामा कर रहे सांसद सदन चलाना नहीं चाहते हैं।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने गतिरोध दूर करने और सदन की कार्यवाही शुरू करने के लिए गुरुवार को सदन के नेताओं की बैठक बुलाई है। संसद ने बजट सत्र के दूसरे भाग के लिए फिर से शुरू होने के बाद से काम नहीं किया है। भाजपा राहुल गांधी के ब्रिटेन वाले बयान पर उनसे माफी की मांग कर रही है और विपक्ष अदाणी समूह के मामले में जेपीसी के लिए दबाव बना रहा है। गुरुवार को भी विपक्षी सांसदों ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट में जेपीसी की मांग को लेकर उच्च सदन में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया था।