सूत्रों का कहना है कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में पैनल को हरी झंडी मिलने के बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। पहली लिस्ट में पार्टी के शीर्ष नेताओं वाली सीटों के साथ हारी हुई और कमजोर सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। मार्च के प्रथम सप्ताह में पहली सूची जारी हो सकती है। गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में शनिवार को पहले राज्यों के लोकसभा प्रभारियों और सहप्रभारियों की बैठक हुई। इसके बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ की समीक्षा बैठक हुई।
राजस्थान में पार्टी के 3 सांसदों के विधायक बन जाने से खाली हुई राजसमंद, अलवर और जयपुर ग्रामीण सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों के नामों पर मंथन हुआ। नागौर सीट पर विशेष चर्चा हुई, पिछली बार एनडीए गठबंधन में आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल इस सीट से जीते थे। बेनीवाल के विधायक बनने के बाद से यह सीट भी खाली चल रही है। भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने जल्द से जल्द सभी सीटों पर मजबूत दावेदारों के पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजने के निर्देश दिए। पिछले चुनाव में छत्तीसगढ़ में हारी हुई कोरबा और बस्तर सीट जीतने पर विशेष रूप से मंथन हुआ।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी पहली सूची में 100 सीटों के टिकट घोषित कर सकती है। इसमें पार्टी की ओर से चिह्नित 161 कमजोर सीटों में से ज्यादातर होंगी। इसके अलावा पार्टी के शीर्ष नेताओं की सीटों के भी इसमें नाम हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी 28 से 29 फरवरी के बीच या फिर मार्च के प्रथम सप्ताह में केंद्रीय चुनाव समिति की पहली बैठक कर सकती है।