ये उम्मीवार मैदान में ठोक रहे ताल
हरिद्वार में रमेश पोखरियाल निशंक की जगह पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को मौका दिया गया है। यहां उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत से है। पौड़ी गढ़वाल में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का टिकट काटकर भाजपा ने पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी को उतारा है। यहां कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदयाल मोर्चा संभाले हैं। अल्मोड़ा में एक बार फिर भाजपा के अजय टम्टा और कांग्रेस के प्रदीप टम्टा आमने-सामने हैं। नैनीताल सीट पर पिछले चुनाव में हरीश रावत को हराने वाले अजय भट्ट का मुकाबला कांग्रेस के प्रकाश जोशी से होगा। टिहरी में 2012 में उपचुनाव जीतने के बाद लगातार सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह के खिलाफ पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी जोतसिंह गुनसोला मैदान में हैं। गुनसोला दो बार मसूरी से विधायक रहे हैं।
भाजपा वादों के पूरा होने का कर रही प्रचार
उत्तराखंड में भाजपा विकास के साथ पार्टी के वादे पूरे करने का मसला उठा रही है। इसमें राम मंदिर निर्माण के साथ समान नागरिक संहिता सबसे ऊपर है। पार्टी का कहना है कि उत्तराखंड से भाजपा ने पूरे देश में समान नागरिक संहिता पर अमल की पहल की है। भाजपा यहां कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति को भी मुद्दा बना रही है।
पहाड़ की बेटी को न्याय दिलाने की हो रही बात
कांग्रेस ने एक रिसोर्ट में अंकिता भंडारी की हत्या के बाद उसमें भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मिलीभगत का आरोप लगाकर इसे मुद्दा बनाया हुआ है। पहाड़ की बेटी को इंसाफ दिलाने की बात बार-बार उठ रही है। कांग्रेस अग्निवीर योजना के विरोध का झंडा भी बुलंद किए हुए है और इसके लिए कई सैनिक सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं।
55 प्रत्याशी मैदान में
उत्तराखंड में पहले चरण में मतदान होने के कारण नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों के लिए कुल 55 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें सर्वाधिक 14 प्रत्याशी हरिद्वार में हैं। इनके अलावा टिहरी में 11, पौड़ी गढ़वाल में 13, अल्मोड़ा में सात और नैनीताल मे दस प्रत्याशी मैदान में हैं।