पहले OGW का काम करता था आतंकी
आतंकी बिलाल पहले ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में काम करता था। इनका काम टारगेट की जानकारी एकत्र करने से लेकर आतंक की हर जरूरत का इंतजाम करना होता है। इसके बाद इसने 03 सितंबर 2021 को इसने लश्कर ए तैयबा के आउटफिट पीएएफएफ को पूरी तरह से ज्वाइन कर लिया। 25 साल का बिलाल अब मारा गया है।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
इस आतंकी को लेकर एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। इस कारवाई में भारतीय सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 178वीं बटालियन और जम्मू कश्मीर पुलिस की टुकड़ी शामिल रही। इस कार्रवाई में पूरे घर को घेर कर उड़ा दिया गया।
कई वारदातों में था शामिल
लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या के अलावा यह आतंकी कई वारदातों में शामिल रहा। कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट और पितंबरनाथ पर गोली दागने में यह शामिल रहा। इसके अलावा मजदूरों पर हमला और बालकृष्ण नाम के युवक पर हुए हमले में यह शामिल रहा। इसके अलावा पकड़े गए एक आतंकी को गोली मार दी थी। वह नौगाम में आतंकियों का पता बता रहा था।
कर रहा था आतंकियों की भर्ती
कश्मीर घाटी के घटती आतंकी संख्या के बीच अपने आकाओं के हुकम पर इसे बढ़ाने में लगा हुआ था। उसने एक के बाद एक 12 आतंकी विभिन्न पद पर भर्ती किए।
एक एके और 3 मैगजीन बरामद
पुलिस ने बताया है कि मुठभेड़ की जगह से एक राफइल और तीन मैगजीन बरामद हुई है। इसके अलावा अन्य बरामद चीजों को भी कब्जे में ले लिया गया है। पुलिस ने इस मसले में मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है।