दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में चल रही मुठभेड़ में भारतीय सेना के पैरा कमांडो प्रदीप नैन शहीद हो गए। वह हरियाणा के जींद नरवाना के रहने वाले थे। मां-बाप के इकलौते प्रदीप 18 साल की उम्र में ही भारतीय सेना के कमांडो बन गए थे। अभी दो साल पहले ही उनकी शादी हुई थी और उनकी पत्नी इस समय गर्भवती हैं।
प्रदीप के शहादत की खबर सुनकर उनकी तबीयत बहुत बिगड़ गई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रदीप 2015 में सेना में शामिल हुए थे और 2022 में उनकी शादी हुई थी। प्रदीप का पार्थिव शरीर आज नरवाना लाया जाएगा। इनके परिवार में मां-बाप और पत्नी हैं। प्रदीप अपने मां-बाप के इकलौती संतान थे।
प्रदीप की शहादत के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। पड़ोसी गांव के रहने वाले रिटायर्ड सूबेदार जयभगवान बताते हैं कि प्रदीप की उम्र महज 27 से 28 साल के बीच थी। वह बहुत ही संस्कारी और सरल स्वभाव का बालक था। अब उसने देश की खातिर अपनी जान की बाजी लगा दी।
दरअसल, कुलगाम में शनिवार को मोदरगाम गांव में आतंकियों से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ की इस कार्रवाई में आतंकियों ने भारी गोलीबारी की। इस गोलीबारी के दौरान कमांडो प्रदीप सीधे निशाने पर आने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।