गौमाता का अनादर:—
भगवान श्रीकृष्ण को गाय से बहुत प्यार है। ऐसी मान्यता है कि जो भी गाय की पूजा करता है उसे श्री कृष्ण का आशीर्वाद जरूर प्राप्त होता है। वहीं दूसरी ओर गायों का अपमान करने वाले को कृष्ण कभी माफ नहीं करते हैं। जन्माष्टमी पर गौशाले में दान करना चाहिए। इसके अलावा किसी भी घायल गाय की सेवा कर उसे भोजन कराने से श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं। इस दिन गायों का अपमान नहीं करना चाहिए।
मांसाहारी और शराब सेवन वर्जित:—
जन्माष्टमी (krishna janmashtami 2021) के दिन मांसाहारी भोजन खाना वर्जित माना गया है। इस दिन शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए। चतुर्मास पूरे चार माह का होता है यह समय भगवान विष्णु की निद्रा का समय होता है और उनकी अनुपस्तिथि में भगवान शिव उनकी सभी ज़िम्मेदारियां उठाते हैं। चतुर्मास के दौरान मांस—मछली का सेवन नहीं करना चाहिए।
गरीबों का अपमान:—
भगवान कृष्ण अपने सभी भक्त एक समान देखते है, चाहे अमीर हो या फिर गरीब। श्रीकृष्ण के सबसे खास मित्र सुदामा थे। वह बहुत ही गरीब थे किन्तु फिर भी वह श्रीकृष्ण को बहुत ही प्रिय थे। इसलिए किसी भी गरीब का अपमान करना श्री कृष्ण को अप्रसन्न कर सकता है। इस दिन गरीबों का अपमान करने से केवल श्री कृष्ण ही नहीं बल्कि शनि देव भी क्रोधित होते हैं। इसलिए भूलकर भी किसी निर्धन का दिल न दुखाएं। गरीबों में अपने सामर्थ्य अनुसार दान जरूर करना चाहिए।
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पेड़ों को काटना:—
महाभारत के आठवें अध्याय में श्री कृष्ण ने कहा है कि वह हर चीज में वास करते हैं और हर चीज उनमें वास करती है इसलिए जन्माष्टमी पर हमें किसी को भी नुकसान पहुंचाने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण को गायों को जंगल में चराने के लिए जाया करते थे। उनको गाय के साथ पेड़ों से भी काफी लगाव था। ऐसे में जन्माष्टमी पर पेड़ों को काटना भी अशुभ माना गया है। जन्माष्टमी 2021: कृष्ण जन्माष्टमी की तिथि, इतिहास और महत्व
वाद-विवाद ना करें :—
जन्माष्टमी (krishna janmashtami 2021) के दिन मन को शांत रखना चाहिए और ईश्वर का ध्यान करना चाहिए। इस दिन घर में शांति और सद्भाव बनाए रखने से लक्ष्मी माता प्रसन्न रहती हैं। जन्माष्टमी के दिन घर में वाद-विवाद एवं कलह नहीं करना चाहिए।