जावेद अख्तर ने बताया कि गिनाई अपने परिवार की भूमिका
जावेद अख्तर के इस पोस्ट पर विवेक शर्मा नाम के एक यूजर ने उन्हें गद्दार का बेटा कह डाला। विवेक शर्मा ने आगे लिखा- ‘आपके पिता ने मुसलमानों के लिए अलग राष्ट्र बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। आप गद्दार के बेटे हैं जिन्होंने धर्म के आधार पर हमारे देश को बांटने का काम किया। अब आप कुछ भी कहें, पर यह सच है। इसके जवाब में उन्होंने विवेक शर्मा को जवाब देते हुए बताया कि उनके परिवार ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन (India’s Freedom Struggle) में किस तरह बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।’
जावेद ने दिया करारा जवाब, कहा-‘मेरा परिवार 1857 में…’
गीतकार जावेद अख्तर ने जवाब में लिखा-‘यह तय कर पाना मुश्किल हो रहा है कि तुम पूरी तरह अज्ञानी हो या बेवकूफ। मेरा परिवार 1857 में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की पहली लड़ाई (First freedom movement of India) में शामिल रहा। वे जेल गए। उन्हें काला पानी की सजा हुई जब संभवतया तुम्हारे बाप और दादा अंग्रेजी सरकार के जूते चाट रह थे।
जावेद और सलीम की जोड़ी ने कई हिट फिल्में दीं
जावेद अख्तर और सलीम खान का नाम सलीम-जावेद के नाम से काफी मशहूर हुआ था। सलमान खान के पिता सलीम खान और जावेद अख्तर ने 24 फिल्मों की पटकथा साथ मिलकर लिखी जिनमें से 20 फिल्में सुपर-डुपर हिट हुईं। उनकी हिट फिल्मों में हाथी मेरे साथी, अंदाज, अधिकार, सीता और गीता, यादों की बारात, जंजीर, हाथ की सफाई, दीवार, शोले, चाचा-भतीजा, डॉन, त्रिशूल, दोस्ताना, क्रांति, जमाना, मिस्टर इंडिया जैसी कई हिट फिल्में दीं। इस जोड़ी की लिखी हुई 24 फिल्मों में से 20 हिट थीं।
कौन थे जावेद अख्तर के बाप और दादा?
जावेद अख्तर के पिता जाँ निसार अख्तर (Jan Nisar Akhtar) भारत के बड़े शायरों में शामिल हैं। जाँ निसार अख्तर भारत के 20वीं सदी के एक महत्वपूर्ण उर्दू शायर, गीतकार और कवि थे। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) से सन् 1935-36 में उर्दू में गोल्ड मेडल के साथ एमए. किया था। उन्हें भारत के उर्दू गजलों और नज़्मों में बहुत ऊंचा स्थान हासिल है। वे प्रगतिशील लेखक आंदोलन का हिस्सा रहे। उन्होंने हिंदी फिल्मों के लिए कई शानदार गीत भी लिखे। जाँ निसार के पिता और जावेद अख्तर के दादाजी मुज़्तर खैराबादी कवि, दार्शनिक और स्वतंत्रता सेनानी रहे। जाँ निसार के परदादा फ़ज़ल-ए-हक़ खैराबादी अपने जमाने के ख्यातिप्राप्त कवि थे और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई।