क्या कहा स्वप्ना सुरेश ने?
गोल्ड स्मगलिंग में मुख्य आरोपी स्वपा सुरेश ने कहा, “KT Jaleel किसी भी आरोप से इनकार नहीं कर सकते। ये आरोप नहीं है, बल्कि इसके सबूत भी हैं। हलफनामे में मैंने इसे सबूत के तौर पर पेश किया था कि ये व्यक्ति किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। यहाँ तक कि एक दैनिक या एक प्रकाशन या मेरे जैसी महिला पर भी हमला कर सकता है।”
स्वप्ना सुरेश ने आगे कहा, ‘इसके सबूत भी हैं और मैं उस दौरान काउन्सल जनरल के पीए के रूप में काम नहीं कर रही थी। यदि आप डेट्स को देखें तो पाएंगे कि तब मैं केरल सरकार के तहत स्पेसपार्क प्रोजेक्ट के लिए काम कर रही थी। यहाँ इसपर काम करने के लिए मुख्यमंत्री, शिवशंकर जैसे लोगों द्वारा मुझे भेजा गया था।’
मुख्य आरोपी ने आगे कहा कि “मैं खुलासा नहीं कर सकती क्योंकि ये मेरे मामले से जुड़ा है और इसकी जांच की जा रही है। अब मेरा भी दम घुट रहा है कि कुछ कर नहीं पा रही। लेकिन कुछ ऐसा है जो मेरे मामले से नहीं जुड़ा है। मेरे खिलाफ साजिश के तहत फर्जी मामले बनाए गए हैं और मैं ये बात जनता तक सबूतों के द्वारा पहुंचाना चाहती थी लेकिन NIA ने पहले ये सबूत जब्त कर लिए फिर जब मैंने अन्य जांच एजेंसियों से संपर्क साधना चाहा तो पता चला अधिकतर सबूत डिलीट कर दिए गए थे। अब मैं उन्हें इकट्ठा करने में जुटी हूँ।”
बता दें कि 5 जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर 30 किलोग्राम 24 कैरेट सोना सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम द्वारा जब्त किया गया था। इस सोने की कीमत 14.82 करोड़ रुपये तक की थी। इस मामले में केरल के सीएम पिनाराई विजयन के प्रधान सचिव एम शिवशंकर को निलंबित कर दिया गया था। जांच के बाद उन्हें पद से भी हटा दिया गया था जब प्रारंभिक जांच में उनका कनेक्शन मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश से सामने आया था।
गोल्ड स्मगलिंग में मुख्य आरोपी स्वपा सुरेश ने कहा, “KT Jaleel किसी भी आरोप से इनकार नहीं कर सकते। ये आरोप नहीं है, बल्कि इसके सबूत भी हैं। हलफनामे में मैंने इसे सबूत के तौर पर पेश किया था कि ये व्यक्ति किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। यहाँ तक कि एक दैनिक या एक प्रकाशन या मेरे जैसी महिला पर भी हमला कर सकता है।”
स्वप्ना सुरेश ने आगे कहा, ‘इसके सबूत भी हैं और मैं उस दौरान काउन्सल जनरल के पीए के रूप में काम नहीं कर रही थी। यदि आप डेट्स को देखें तो पाएंगे कि तब मैं केरल सरकार के तहत स्पेसपार्क प्रोजेक्ट के लिए काम कर रही थी। यहाँ इसपर काम करने के लिए मुख्यमंत्री, शिवशंकर जैसे लोगों द्वारा मुझे भेजा गया था।’
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जांच अधिकारियों ने डिलीट कर दिए सबूतमुख्य आरोपी ने आगे कहा कि “मैं खुलासा नहीं कर सकती क्योंकि ये मेरे मामले से जुड़ा है और इसकी जांच की जा रही है। अब मेरा भी दम घुट रहा है कि कुछ कर नहीं पा रही। लेकिन कुछ ऐसा है जो मेरे मामले से नहीं जुड़ा है। मेरे खिलाफ साजिश के तहत फर्जी मामले बनाए गए हैं और मैं ये बात जनता तक सबूतों के द्वारा पहुंचाना चाहती थी लेकिन NIA ने पहले ये सबूत जब्त कर लिए फिर जब मैंने अन्य जांच एजेंसियों से संपर्क साधना चाहा तो पता चला अधिकतर सबूत डिलीट कर दिए गए थे। अब मैं उन्हें इकट्ठा करने में जुटी हूँ।”
बता दें कि 5 जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर 30 किलोग्राम 24 कैरेट सोना सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम द्वारा जब्त किया गया था। इस सोने की कीमत 14.82 करोड़ रुपये तक की थी। इस मामले में केरल के सीएम पिनाराई विजयन के प्रधान सचिव एम शिवशंकर को निलंबित कर दिया गया था। जांच के बाद उन्हें पद से भी हटा दिया गया था जब प्रारंभिक जांच में उनका कनेक्शन मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश से सामने आया था।
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