कर्नाटक सीएम पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति का चुनाव करना कांग्रेस के लिए बहुत टेढ़ा काम हो गया है। आलाकमान किसी को भी नाराज नहीं करना चाह रहा है। न तो सिद्धारमैया को, न ही डीके शिवकुमार को। अब सबकी मंशा है कि, ऐसा कोई फार्मूला निकले जिससे दोनों खुश हो जाएं। इस बीच दोनों कद्दावर नेताओं के बीच ‘पावर बैलेंस’ को लेकर दो फॉर्मूले चर्चा में हैं। पहला-पर्ची से फैसला कर लिया जाए। दूसरा- सीएम कार्यकाल को दो हिस्से में बांट दिया जाए। तीसरी चर्चा दो डिप्टी सीएम बनाने को लेकर भी है।
सूत्रों के अनुसार अभी तक जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार माना जा रहा है कि सिद्धारमैया को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। वहीं डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम पद दिया जाएगा। इसके आलावा संतुलन के लिहाज से शिवकुमार के साथ एक अन्य को भी डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इसके साथ ही डीके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बने रहेंगे। हालांकि, मल्लिकार्जुन खरगे को इस पर फैसला लेना है।
कर्नाटक विधानसभा में 224 सीटें हैं। सत्ता हासिल करने के लिए सिर्फ 113 सीटें चाहिए। कर्नाटक में कांग्रेस को 135 सीटें हासिल की हैं। कांग्रेस ने बहुमत से 12 सीटें ज्यादा जीती हैं। ऐसी चर्चा है कि, सिद्धारमैया चाहते हैं कि पहले दो साल के लिए प्रदेश के सीएम वह बनें और उसके बाद डीके शिवकुमार। पर कर्नाटक सीएम पद को लेकर अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर छोड़ा गया है।
पार्टी हाईकमान से मिलूंगा – शिवकुमार
दिल्ली रवाना होने से पूर्व डीके शिवकुमार ने कहाकि पार्टी हाईकमान से मिलूंगा। और अपनी बात को रखूंगा। मैं पार्टी का हिस्सा हूं। पार्टी मां होती है। और हमें जो चाहिए होता है उसे पूरा करती है।
135 विधायकों का समर्थन – डीके शिवकुमार
डीके शिवकुमार ने कहा कि, मेरी ताकत मेरे 135 विधायक हैं और मेरे नेतृत्व में कांग्रेस ने 135 सीटें जीती हैं। विधायक दल बैठक में 135 विधायकों ने अपनी राय दी है। और एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया है। कुछ ने निजी राय भी व्यक्त की है।
सिद्धारमैया बोले – मुझे सीएम चाहते हैं विधायक
सिद्धारमैया सोमवार से ही दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। और सीएम बनने के लिए कभी फार्मूला सुझाते हैं तो कभी नए दांव चलते हैं। सिद्धारमैया का दावा है कि, ज्यादातर विधायक मुझे सीएम के तौर पर चाहते हैं। मेरे डीके शिवकुमार से भी अच्छे रिश्ते हैं।