‘ये मेरा अपना फैसला है’- गहलोत
बीजेपी में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने कहा, “कुछ लोग सोच रहे होंगे कि यह फैसला रातों-रात लिया गया है और किसी के दबाव में लिया गया है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैंने आज तक कभी किसी के दबाव में कुछ नहीं किय। मैं सुन रहा हूं कि एक यह कहानी गढ़ने की कोशिश की जा रही है कि यह ED और CBI के दबाव में किया गया, लेकिन यह सब गलत है।”
लोग ‘आम आदमी’ से ‘खास’ बन गए- कैलाश गहलोत
बीजेपी में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने कहा, “मैं दिल्ली के लोगों की सेवा करने के उद्देश्य से AAP में शामिल हुआ। जिन मूल्यों के लिए हम आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे, मेरी आंखों के सामने उनसे पूरी तरह समझौता किया जा रहा था। ये मेरे शब्द हो सकते हैं। लेकिन मैं गारंटी देता हूं कि इन शब्दों के पीछे लाखों-हजारों आप कार्यकर्ताओं की आवाज है। वे आम आदमी की सेवा के लिए शामिल हुए थे, वे अब ‘आम आदमी’ से ‘खास’ बन गए हैं”
कौन हैं कैलाश गहलोत?
कैलाश गहलोत का जन्म 11 मार्च, 1974 को दिल्ली में एक जाट परिवार में हुआ। कैलाश ने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। उसके बाद Law में ही परास्नातक किया। वे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकील रहे हैं। उनकी 2 बेटियां हैं। 2015 और 2020 में गहलोत ने नजफगढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीते। उनके पास परिवहन, गृह, सूचना प्रौद्योगिकी, महिला और बाल विकास सहित कई जरूरी विभाग थे।