कोविड टीकाकरण से संबंधित एक मामले में, वकील ने प्रस्तुत किया कि जब एक वरिष्ठ अधिवक्ता पेश हुए, तो न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की पीठ ने टैगिंग की अनुमति दी, लेकिन जब एक जूनियर अधिवक्ता पेश हुआ तो टैगिंग की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने आगे तर्क दिया कि, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की पीठ ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक आदेश से उत्पन्न एक विशेष अनुमति याचिका पर सुनवाई की, जिसमें उनका बेटा एक वकील के रूप में पेश हुआ था।
राशिद खान पठान ने दायर की थी याचिका
राशिद खान पठान ने दायर की थी याचिका
यह याचिका राशिद खान पठान नाम के एक व्यक्ति द्वारा भारत के राष्ट्रपति के समक्ष न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के खिलाफ दायर एक अभ्यावेदन के आधार पर दायर की गई थी। बार काउंसिल ऑफ इंडिया और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस चंद्रचूड़ के खिलाफ सर्कुलेट लेटर की निंदा करते हुए बयान जारी किए।
याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से किया अनुरोध
याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से किया अनुरोध
याचिकाकर्ता के वकील ने बुधवार सुबह मुख्य न्यायाधीश ललित की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष याचिका का उल्लेख तत्काल सुनवाई के लिए किया। वकील गुहार लगाते हुए कहाकि, शपथ 9 नवंबर को है इसलिए याचिका को तत्काल सूचीबद्ध किया जाए। शीर्ष अदालत ने मामले को दोपहर 12.45 बजे सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था।