ये है गणित
झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं। यहां सरकार बनाने के लिए 41 सीटों की जरूरत रहती है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास 29 और कांग्रेस के पास 17 सीटें है। वहीं राजद और सीपीआई के पास भी एक एक सीट है। इसके साथ झामुझो 48 विधायकों के साथ बहुमत में है। भाजपा के पास 26 विधायक हैं। पूरा विपक्ष 32 सीटों पर सिमटा हुआ है। ऐसे में फिलहाल चंपई सोरेन को सरकार को कोई दिक्कत नहीं है।
झारखंड टाइगर बने 12वें मुख्यमंत्री
67 साल के चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। वह झारखंड मुक्ति मोर्चा के सदस्य हैं और विधायक के रूप में सरायकेला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। पहले वह कैबिनेट में परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण के कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत थे। झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व सीएम शिबू सोरेन का खास माना जाता है। चंपई सोरेन आठ बार के विधायक रह हैं और हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री थे। इन्होंने पहली बार साल 1991 पहली बार विधायकी का जीता था। चंपई सोरेन को झारखंड टाइगर के नाम से भी जाना जाता है।